किताबें छोड़कर, खेल-खेल में बच्चों को ऐसे सिखाएं विज्ञान
तकनीक के दौर में बच्चों को किताब लेकर पढ़ाना एक मुश्किल काम है। खासकर, इस पीढ़ी के बच्चों का अटेंशन स्पैन भी इतना कम है कि उन्हें किताबी बातें मुश्किल से समझ आती हैं।;
तकनीक के दौर में बच्चों को किताब लेकर पढ़ाना एक मुश्किल काम है। खासकर, इस पीढ़ी के बच्चों का अटेंशन स्पैन भी इतना कम है कि उन्हें किताबी बातें मुश्किल से समझ आती हैं। ऐसे में आप बच्चों को खेल-खेल में विज्ञान पढ़ा सकते हैं। इससे आप उनके साथ अच्छा समय भी बिता पाएंगे और उन्हें सीखने में भी मजा आएगा।
रंग-बिरंगे गुब्बारे
गुब्बारों से हवा का दबाव समझाना आसान होता है। एक गुब्बारा लें और उसे फुलाएं, फिर उसका मुंह बंद कर दें ताकि हवा बाहर न निकले। अब गुब्बारे को किसी खाली बोतल पर रखें और धीरे-धीरे उसका मुंह खोलें। आप देखेंगे कि कैसे हवा बाहर निकलते ही बोतल अंदर धंस जाती है या गुब्बारा सिकुड़ जाता है, जिससे बच्चे आसानी से हवा के दबाव को समझ सकते हैं और आनंद ले सकते हैं।
चिपक गया चुंबक
चुंबक से खेलना बच्चों के लिए बहुत रोमांचक हो सकता है। कुछ लोहे की चीजें जैसे क्लिप्स या पिन्स लें और उन्हें चुंबक से आकर्षित करें।बच्चे देख सकते हैं कि कैसे चुंबक लोहे की चीजों को अपनी ओर खींचता है, जबकि अन्य धातुएं नहीं खिंचतीं। इससे वे चुंबकीय क्षेत्र और धातुओं के गुणधर्मों के बारे में सीखते हैं। इसके अलावा वे यह भी समझ सकते हैं कि क्यों कुछ धातुएं चुंबक से आकर्षित होती हैं और कुछ नहीं।
वोल्केनो
घर पर वोल्केनो बनाना एक मजेदार गतिविधि है। इसके लिए आपको बेकिंग सोडा, सिरका, रंगीन खाद्य रंग और एक प्लास्टिक की बोतल चाहिए।बोतल में बेकिंग सोडा डालें, फिर उसमें सिरका मिलाएं। जैसे ही सिरका बेकिंग सोडा से मिलता है, एक फिजी प्रतिक्रिया होती है जो वोल्केनो जैसा दिखता है।इस प्रयोग के माध्यम से बच्चे रासायनिक प्रतिक्रियाओं के बारे में सीख सकते हैं और उनका आनंद भी ले सकते हैं।
ऐसे दिखाएं पानी का कमाल
पानी के साथ खेलना हमेशा से मजेदार रहा है।इसके एक ग्लास पानी लें और उसमें काली मिर्च पाउडर छिड़कें। अब अपनी उंगली पर थोड़ा सा साबुन लगाकर पानी में डालें। आप देखेंगे कि काली मिर्च तुरंत किनारे की ओर भाग जाती है। यह सरल प्रयोग सतह तनाव के सिद्धांत को समझने का अच्छा तरीका है और बच्चों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करने में मदद करता है। इस तरह के छोटे-छोटे प्रयोग बच्चों की जिज्ञासा को बढ़ाते हैं।