PCOS पीड़ित महिलाएं खानें की इन चीजों से करें परहेज

PCOS यानी पॉली सिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम आज के समय में लड़कियों में एक बेहद आम बीमारी है।;

By :  स्टेट मिरर डेस्क
Updated On : 5 Oct 2024 8:01 PM IST

PCOS यानी पॉली सिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम आज के समय में लड़कियों में एक बेहद आम बीमारी है। यह वयस्क महिलाओं में होने वाला एक प्रकार का हार्मोनल डिसऑर्डर है। PCOS चार मुख्य हिस्सों को प्रभावित करता है, इंसुलिन रेजिस्टेंस, हार्मोनल बदलाव, हाई बॉडी फैट, रिप्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले हार्मोन पर असर। PCOS से पीड़ित महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ने लगता है।

इसलिए PCOS में वज़न कंट्रोल करना ही सबसे अहम कदम हो जाता है। PCOS में नट्स और सीड्स जैसे हेल्दी फैट, हरी सब्जियां, फल, बेरी, साबुत अनाज, ओमेगा थ्री फैटी एसिड युक्त साल्मन फिश, काबुली चना, राजमा जैसे आहार लेने से हार्मोनल संतुलन सही होता है और संपूर्ण स्वास्थ लाभ मिलता है। इन फायदेमंद चीजों के अलावा कई खानपान ऐसे हैं, इसके लिए नुकसानदेह हो सकते है। PCOS से पीड़ित महिलाओँ को तुरंत इसे छोड़ देना चाहिए।

सोया

सोए और फाइटोएस्ट्रोजन युक्त फूड्स का सेवन करने से भी हार्मोनल असंतुलन पैदा हो सकता है जिससे PCOS को बढ़ावा मिलता है।

कॉफी

कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर में कोर्टिसोल लेवल के साथ छेड़छाड़ करता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन होता है। एक सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन करें। इसलिए PCOS में कॉफी से परहेज करें।

प्रोसेस्ड फूड

प्रोसेस्ड फूड्स सेहत के लिए कई तरीकों से हानिकारक होता है। इसमें ट्रांस फैट पाए जाते हैं, जिससे इंफ्लेमेशन के साथ इंसुलिन रेजिस्टेंस भी होता है और ये PCOS के लक्षण को बढ़ावा देता है।

मैदा और चीनी

मैदा युक्त नमकीन, ब्रेड, पास्ता, पेस्ट्री, कुकीज़, बिस्किट आदि तेजी से शुगर लेवल स्पाइक होता है। इससे वेट गेन तो होता ही है साथ ही इंसुलिन की कार्यशैली प्रभावित होती है जो कि PCOS के लक्षणों को ट्रिगर करता है। ऐसे में जितना संभव हो इससे दूर रहें।

एडेड हार्मोन के साथ डेयरी प्रोडक्ट

आर्टिफिशियल हार्मोन से ट्रीट किए जानवरों से निकला दूध महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है। यह PCOS की समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए ऑर्गेनिक या प्लांट बेस्ड डेयरी प्रोडक्ट चुनें।

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