क्या उपवास रखना सच में सेहत के लिए फायदेमंद, जानें मिथक और सच्चाई
धीरे-धीरे सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि उपवास को वैज्ञानिकता से जोड़ा जाने लगा। माना जाने लगा कि उपवास से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर डिटॉक्स हो जाता है।;
धार्मिक मान्यताओं के कारण कई लोग उपवास करते हैं। हर धर्म से जुड़ा कोई न कोई उपवास जरूर है। कई लोग लंबे उपवास भी रहते हैं। धीरे-धीरे सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि उपवास को वैज्ञानिकता से जोड़ा जाने लगा। माना जाने लगा कि उपवास से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर डिटॉक्स हो जाता है। हालांकि, यह पूरा सच नहीं है। आइए, जानते हैं उपवास से जुड़े मिथक और सच्चाई।
हो सकती है पोषक तत्वों की कमी
उपवास के दौरान लोग सोचते हैं कि वे अपने शरीर को आराम दे रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि लंबे समय तक बिना खाए रहने से पोषण की कमी हो सकती है। इससे कमजोरी, चक्कर आना और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। लंबे समय तक भूखे रहने से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है, जिससे कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इसलिए, रोजाना संतुलित डाइट लेना जरूरी होता है, ताकि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलें।
डिटॉक्स
बहुत से लोग मानते हैं कि उपवास करने से शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। हालांकि, हमारे शरीर में लिवर और किडनी जैसे अंग मौजूद होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से विषाक्त पदार्थों को निकालने का काम करते हैं।इसके अलावा, उपवास के दौरान शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते, जिससे कमजोरी हो सकती है। इसलिए, केवल उपवास करने भर से ही आपका शरीर डिटॉक्स नहीं हो सकता।
मेंटल हेल्थ
कुछ लोग मानते हैं कि उपवास करने से मानसिक शांति मिलती है। हालांकि, लंबे समय तक भूखे रहने से तनाव और चिंता बढ़ सकती है।इसके अलावा, भूख लगने पर अन्य कामों में ध्यान लगाना मुश्किल हो सकता है, जिससे कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
वेट लॉस
उपवास को वजन घटाने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है। हालांकि, यह सच नहीं है क्योंकि जब आप खाना छोड़ते हैं तो आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है।इससे वजन कम होने के बजाय बढ़ भी सकता है, क्योंकि आपका शरीर ऊर्जा बचाने के लिए चर्बी स्टोर करना शुरू कर देता है।उपवास के बाद जब आप फिर से खाना शुरू करते हैं, तो शरीर अधिक कैलोरी जमा कर सकता है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना रहती है।