Digital Arrest: 'आपको ना आ जाए फ्रॉड कॉल', पहले ही जान लें बचने की ये सावधानियां

Digital Arrest: अगर कोई अंजान व्यक्ति आपको फोन करता है और आपके परिवार के किसी भी सदस्य के अरेस्ट होने की बात करता है तो समझ जाइए की यह फ्रॉड है, क्योंकि आजकल बहुत से जालसाज ऐसा कर रहे है और लोगों को ठगने के लिए नए तरीके ढूंढ रहे हैं.आइए जानते हैं इन स्कैम से बचने के 5 तरीकों के बारे में.;

( Image Source:  Photo Credit- Freepik )
Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 4 Oct 2024 3:05 PM IST

Digital Arrest: आजकल साइबर क्राइम बहुत बढ़ गया है. जालसाज लोगों को ठगने का अलग-अलग तरीका ढूंढ रहे हैं. हाल ही में ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं जिसमें लोगों को डिजीटल ठग के जरिए ठगा गया है. दुनिया में बहुत से लोग है जो डिजिटल अरेस्ट के बारे में नहीं जानते हैं. डिजिटल अरेस्ट लोगों को ठगने का एक नया तरीका है. इसमे जालसाज आपको फोन करता है और आपके परिवार से बेटा, बेटी, पति को अरेस्ट कर लिया गया है, ऐसी बाते कहता है और लोगों से उन्हें छुड़ाने के लिए पैसे मांगता है. जिससे लोग घबरा जाते है और उनके जाल में फस जाते हैं. ऐसे में इनके जाल में फंसने से बचने के लिए इन 5 बातों का ख्याल रखें.

किसी को भी पैसे न करें ट्रांसफर

आजकल ठगने के नए तरीके में जालसाज आपको फोन करेगा और फिर कहेगा की आपकी बेटी, बेटे को अरेस्ट कर लिया गया है, अगर आप उन्हें छुड़ाना चाहते हैं तो 1 लाख रुपए देने होंगे. जालसाज आपको व्हाट्सएप कॉल करते हैं और उसमें डीपी भी पुलिस की लगी होती है, ताकि आपको लगे की वह सच में पुलिस है. अगर आपके पास भी ऐसा कोई फोन आता है तो पहले उस सदस्य को फोन करें, अगर वह सेफ है तो व्हाट्सएप पर कॉल आए नंबर की 1930 साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत कर दें.

ईमेल पर नोटिस भेजना जरूरी

जालसाज आजकल के काफी एडवांस हो गए है. वह अपनी बातों में आपको यकीन दिलाने के लिए आपको व्हाट्सएप पर फर्जी नोटिस भी भेज सकते हैं, जिसे देख आपको लगेगा की हाँ यह सच है. लेकिन आपको बता दें की कभी भी कोई भी नोटिस व्हाट्सएप पर या वीडियो कॉल के जरिए भेजी जाए तो वह वैलिड नहीं होती है. ऐसे में आप सामने वाले से पेपर पर नोटिस मांगे या फिर ईमेल पर मांगे.

वीडियो कॉल के जरिए नहीं होती पूछताछ

साथ ही अगर कोई भी पुलिस अधिकारी बनकर आपसे वीडियो कॉल के जरिए पूछताछ करता है तो समझ जाइएगा की वह आपको ठगने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि कोई भी सरकारी अधिकारी वीडियो कॉल के जरिए पूछताछ नहीं करता है. सरकारी अधिकारी या तो आपको दफ्तर बुलाते हैं या फिर आपके घर आकर पूछताछ करते हैं.

पर्सनल डिटेल देने से बचे

जालसाज ऐसे में आपसे पर्सनल जानकारी भी मांग सकता है और साथ ही बातों-बातों में वह आपसे बैंक की डिटेल्स भी मांग सकते हैं. अगर आप अपनी ऐसी कोई भी पर्सनल जानकारी शेयर कर देते हैं तो आपको बेहद नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में किसी भी फोन पर कोई जानकारी न दें.

व्हाट्सएप कॉल या वीडियो नहीं आती

इस तरह के मामलों में एक बात का ध्यान रखें की कभी भी पुलिस आपको व्हाट्सएप कॉल नहीं करती है. आपके पर्सनल नंबर पर थाने से फोन आने के चांसेस होते है, लेकिन व्हाट्सएप कॉल नहीं आता है, साथ ही वीडियो कॉल तो बिल्कुल नहीं. इसलिए कभी भी कोई आपको व्हाट्सएप कॉल या वीडियो कॉल करे तो समझ जाइए यह एक फ्रॉड है.

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