पुरुषों से ज्यादा जी रहीं महिलाएं! हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर और कैंसर से बढ़ रही मौत की दर, रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
ब्रिटेन में पहली बार पुरुषों की सेहत को लेकर अध्ययन हुआ. शोधकर्ताओं के अनुसार, पुरुषों की औसत उम्र महिलाओं से चार साल कम है. उनकी 75 साल की उम्र तक मौत हो सकती है, जो कि 60% ज्यादा है. पुरुषों में आत्महत्या की दर भी ज्यादा है. पुरुषों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, वे हेल्थ सर्विस से जुड़ने में भी पीछे रहते हैं.;
Britain Health Survey Report: दुनिया भर के देशों में महिलाओं और पुरुषों को लेकर अलग-अलग विषयों पर स्टडी की जाती है. उनकी हेल्थ और आर्थिक विकास के संबंध में भी सर्वे किया जाता है. अब ब्रिटेन में पुरुषों की सेहत को लेकर एक अध्ययन किया गया, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. उनकी स्थिति महिलाओं से ज्यादा खराब बताई गई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में पहली बार पुरुषों की सेहत को लेकर अध्ययन हुआ. जिसके रिजल्ट सुनकर वहां की सरकार ने पुरुषों के लिए मेंस हेल्थ स्ट्रैट्जी शुरू करने जा रही है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि पुरुषों की सेहत महिलाओं की तुलना मैं कही ज्यादा खराब है. हाल हुए एक शोध में यह बात सामने आई है.
शोध में चौंकाने वाले खुलासे
लीड्स बेकेट यूनिवर्सिटी की ओर से एक स्टडी की गई. शोधकर्ताओं के अनुसार, पुरुषों की औसत उम्र महिलाओं से चार साल कम है. उनकी 75 साल की उम्र तक मौत हो सकती है, जो कि 60% ज्यादा है. पुरुषों में आत्महत्या की दर भी ज्यादा है. हर 4 में से तीन आत्महत्याएं पुरुष करते हैं, यह 75% है. ब्रिटेन सरकार के हेल्थ एडवाइजर मार्क ब्रूक्स बताया कि सबसे गरीब इलाकों में पुरुषों की औसत उम्र अमीर इलाकों से 10 साल कम है.
रिपोर्ट में पता चला कि 75 साल से पहले मरने का खतरा 3.5 गुना ज्यादा है. ब्रिटेन, भारत समेत कई देशों में पुरुषों में ब्लड प्रेशर की दर महिलाओं से ज्यादा है.
क्यों कम हो रही उम्र?
रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन, भारत समेत अधिकांश देशों में पुरुषों में धूम्रपान, धूम्रपान, शराब, ड्रग्स का सेवन करने की दर के साथ ह उच्च ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की दर महिलाओं से ज्यादा है. यही कारण है कि हार्ट अटैक, लंग कैंसर और लिवर डिजीज से उनकी मौत जल्दी हो जाती है. इसके साथ ही पुरुष हेल्थ चेकअप से भी बचते हैं.
पुरुष कम हेल्थ-लिटरेट
प्रोफेसर एलन वाइट कहते हैं कि पुरुषों की सेहत को सिर्फ लाइफस्टाइल से जोड़ना गलत है. पुरुषों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, वे हेल्थ सर्विस से जुड़ने में भी पीछे रहते हैं. दूसरी ओर महिलाएं किशोर अवस्था से ही कॉन्ट्रासेप्शन, स्क्रीनिंग और प्रेग्नेंसी के जरिए हेल्थ सर्विस से जुड़ जाती है. पुरुष 40 की उम्र तक डॉक्टर से मिलते ही नहीं हैं.