Z-Morh Tunnel: बर्फबारी में भी नहीं रुकेगी गाड़ी, PM मोदी ने किया उद्घाटन - जेड-मोड़ सुरंग की खास बातें

पीएम मोदी ने प्रदेश की जनता को बड़ी सौगात दी है और गंदेरबल जिले में जेड-मोड़ टनल (Z-Morh Tunnel) का उद्घाटन किया. टनल करीब 6.5 किलोमीटर लंबा है. इससे श्रीनगर-सोनमर्ग मार्ग पर सड़का का हिस्सा सभी मौसमों के लिए खुला रहेगा और सोनमर्ग क्षेत्र में सर्दियों के टूरिज्म को फायदा होगा.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 13 Jan 2025 1:36 PM IST

Z-Morh Tunnel: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर पहुंचे. जहां पर पीएम मोदी ने प्रदेश की जनता को बड़ी सौगात दी है और गंदेरबल जिले में जेड-मोड़ टनल (Z-Morh Tunnel) का उद्घाटन किया. यह परियोजना क्षेत्रीय विकास और कनेक्टिविटी के लिए बेहद खास है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेड-मोड़ टनल करीब 6.5 किलोमीटर लंबा है. इससे श्रीनगर-सोनमर्ग मार्ग पर सड़का का हिस्सा सभी मौसमों के लिए खुला रहेगा और सोनमर्ग क्षेत्र में सर्दियों के टूरिज्म को फायदा होगा. आगे पर आपको इस टनल की खासियत और इससे होने वाले ट्रांसपोर्ट फायदे के बारे में बताएंगे.

कितना खास है जेड-मोड़ टनल?

  1. जेड-मोड़ टनल 31 सुरंगों में से एक हैं. जिसमें 20 जम्मू और 11 लद्दाख में है, इनके निर्माण के लिए 2680 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है.
  2. सड़क का आकार Z होने की वजह से टनल का नाम "Z-Morh" रखा गया है. यह सुरंग जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग को जोड़ती है.
  3. यह टनल यह 6.5 किलोमीटर लंबा है, जिसमें 6.05 किलोमीटर अतिरिक्त पहुंच मार्ग भी शामिल हैं.
  4. समुद्र तल से यह 2,637 मीटर (8,652 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है.
  5. यह सड़क हिमस्खलन-प्रवण जेड-टर्न सड़क की जगह, सोनमर्ग तक सभी मौसम में पहुंच प्रदान करती है. यानी बर्फबारी होने पर भी रास्ता बंद नहीं होगा.
  6. जेड-मोड़ टनल दो लेन वाली है, जिसकी चौड़ाई 10 मीटर है.
  7. इमरजेंसी में रेलवे सुरंग के रूप में दोहरे उपयोग के लिए 7.5 मीटर चौड़ी एक बचाव सुरंग भी शामिल की गई है.
  8. यह टनल 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड से प्रति घंटे 1,000 गाड़ियां निकल जाए, इस हिसाब से इसे डिजाइन किया गया है.
  9. टनल को बनाने के लिए न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) का उपयोग किया गया है.
  10. यह जेड-मोड़ सुरंग एनएच 1 श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे का हिस्सा है.
  11. इस परियोजना को 24 अरब रुपये की लागत पर मंजूरी दी गई.
  12. टनल में वेंटिलेशन के लिए भी व्यवस्था की गई है.
  13. इसमें इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया है, जिससे ट्रैफिक को कंट्रोल करना आसान होगा.
  14. टनल के निर्माण के दौरान निकलने वाले मलबे का इस्तेमाल सड़क किनारे की सुविधाओं और क्षेत्र के विकास के लिए किया गया है.

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