घर चलाने में यूपी की महिलाएं आगे, नहीं लेतीं किसी से उधार; दक्षिण भारत के लोगों पर है ज्यादा कर्जा

सांख्यिकी मंत्रालय के मॉड्यूलर सर्वे से पता चला है कि यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली एक लाख महिलाओं में केवल 3049 ने ही उधार का लेनदेन किया है. वहीं, शहरी महिलाएं तो इनसे भी ज्यादा अवेयर हैं, उनकी संख्या एक लाख में केवल 2088 ही है.;

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Edited By :  नवनीत कुमार
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उत्तर प्रदेश की महिलाओं को काफी सशक्त माना जाता है. वह काफी मेहनती और जुझारू होती हैं. यहां की महिलाएं उधार लेने में कम विश्वास करती हैं. वह न किसी ने उधार लेती हैं और न किसी को उधार देती हैं.

सांख्यिकी मंत्रालय के मॉड्यूलर सर्वे से पता चला है कि यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली एक लाख महिलाओं में केवल 3049 ने ही उधार का लेनदेन किया है. वहीं, शहरी महिलाएं तो इनसे भी ज्यादा अवेयर हैं, उनकी संख्या एक लाख में केवल 2088 ही है.

इसके उलट पुरुष उधार के लेनदेन में काफी आगे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के 21 प्रतिशत और और शहरों के 20 प्रतिशत पुरुष इस मायाजाल में फंसे हुए हैं. इस जानकारी का खुलासा सांख्यिकी मंत्रालय के मॉड्यूलर सर्वे से हुआ है.

घर चलाती हैं महिलाएं

यूपी की महिलाओं के कम कर्जा लेने के पीछे एक वजह और भी है कि वह घर चलाती हैं. साथ ही परिवार का देखरेख करती हैं. उन्हें पता होता है कि कितने पैसों में पूरे महीने का राशन आ जायेगा. वह उधार उन परिस्थितियों में लेतीं हैं जब कोई बीमारी, शादी और पढ़ाई से संबंधित कोई बात हो, इसके अलावा वह अपने सेविंग से मैनेज कर लेती हैं.

किन राज्यों में क्या है स्थिति?

बिहार में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले एक लाख लोगों में से 14548 पुरुष और 5217 महिलाओं ने उधार ले रखा है. दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में एक लाख लोगों में से 8504 पुरुष और 1356 महिलाओं ने उधार लिया है. वहीं, मध्य प्रदेश की महिलाओं की स्थिति ज्यादा बढ़िया है. ग्रामीण क्षेत्रों के एक लाख लोगों में से 19420 पुरुष और 3006 महिलाओं ने ही उधार लिया हुआ है.

दक्षिण भारत के राज्यों की क्या है हालत?

अगर उधार लेने की इस आदत की तुलना अन्य राज्यों से की जाए तो दक्षिण भारत के कई राज्य इसमें बहुत आगे निकल चुके हैं. आंध्र प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 60 प्रतिशत पुरुष और 65 प्रतिशत महिलाओं ने उधार ले रखा है. कर्नाटक के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले करीब 48 प्रतिशत पुरुष और 27 प्रतिशत महिलाओं ने उधार लिया हुआ है. शहरों में ये संख्या 45 प्रतिशत और 18 प्रतिशत है.

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