कौन हैं CP Radhakrishnan, जिन्हें NDA ने घोषित किया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार?
एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया है. उनका जन्म तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुआ और वे भाजपा से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं. राधाकृष्णन भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष भी रहे और 2021 में झारखंड के कार्यवाहक राज्यपाल बनाए गए थे. वर्तमान में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. साफ-सुथरी छवि और संगठन में गहरी पकड़ के कारण एनडीए ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है.;
Who is CP Radhakrishnan NDA Vice President Candidate: एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बताया कि मौजूदा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उम्मीदवार बनाया गया है. नड्डा ने कहा कि इस फैसले पर मुहर लगाने के लिए बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें सर्वसम्मति से राधाकृष्णन का नाम तय किया गया.
पीएम मोदी ने दी सीपी राधाकृष्णन को बधाई, बताया- “समर्पण, विनम्रता और अनुभव के प्रतीक”
उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीपी राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे सफर के दौरान राधाकृष्णन जी ने समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से एक विशिष्ट पहचान बनाई है. पीएम मोदी ने याद दिलाया कि राधाकृष्णन ने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया और हमेशा सामुदायिक सेवा व हाशिए पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने को प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा कि एनडीए परिवार ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर सही निर्णय लिया है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सांसद और राज्यपाल के रूप में राधाकृष्णन का अनुभव बेहद समृद्ध रहा है. उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा प्रभावशाली रहे हैं और राज्यपाल रहते हुए उन्होंने आम नागरिकों की समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया. इन अनुभवों ने उन्हें विधायी और संवैधानिक मामलों की गहरी समझ दी है, मोदी ने विश्वास जताया कि सीपी राधाकृष्णन एक प्रेरक और प्रभावी उपराष्ट्रपति साबित होंगे।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन इस समय महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. उनका जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुआ था. वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और दो बार (1998 और 1999) कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं. राधाकृष्णन भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2021 में वे झारखंड के कार्यवाहक राज्यपाल बने थे. इसके बाद 2023 में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया.
साफ-सुथरी छवि और संगठन में मजबूत पकड़
साफ-सुथरी छवि और संगठन में मजबूत पकड़ के कारण राधाकृष्णन को एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद का चेहरा बनाया है. भाजपा का मानना है कि उनका अनुभव, राजनीतिक समझ और दक्षिण भारत में पकड़ पार्टी और गठबंधन के लिए अहम साबित हो सकती है.
चुनाव कब होगा?
उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद निर्वाचन आयोग ने इस पद पर चुनाव आयोजित करने की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू कर दी. चुनाव की अधिसूचना 7 अगस्त 2025 को जारी की गई, जिसमें नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त, नामों की जांच 22 अगस्त, नाम वापसी की अंतिम तिथि 25 अगस्त, और मतदान तिथि 9 सितंबर 2025 निर्धारित की गई.
क्यों हो रहा है यह चुनाव?
भारतीय संविधान के अनुसार, यदि उपराष्ट्रपति का पद खाली होता है—चाहे वह पदाधिकारी का निधन, इस्तीफा या हटाए जाने के कारण हो—तो “जितनी जल्दी संभव हो” उस पद पर नया चुनाव होना चाहिए.