क्या है 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन', छात्र कैसे बन सकते हैं इस योजना का हिस्सा?

One Nation One Subscription: हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के पास एक इंटीग्रेटेड पोर्टल 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' होगा, जिसके माध्यम से संस्थान पत्रिकाओं तक पहुंच सकेंगे.;

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Edited By :  सचिन सिंह
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One Nation One Subscription: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' (ONOS) पहल को मंजूरी दे दी है. इसके जरिए छात्र, शिक्षक और रिसर्चर को इंटरनेशनल लेवल पर रिसर्च आर्टिकल और जर्नल पब्लिकेशन तक पहुंच सकेंगे. एक नई केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में तीन कैलेंडर ईयर - 2025, 2026 और 2027 के लिए 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' के लिए कुल लगभग 6,000 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.

'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के लिए एक पोर्टल होगा, जिसके माध्यम से संस्थान पत्रिकाओं तक पहुंच सकेंगे. योजना को एक साधारण यूजर के अनुसार और पूरी तरह से डिजिटल बनाया गया है. 'वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन' योजना का लाभ केंद्र या राज्य सरकार के प्रबंधन के तहत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों और केंद्र सरकार के अनुसंधान एवं विकास संस्थानों को एक केंद्रीय एजेंसी, सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क (INFLIBNET) को राष्ट्रीय सदस्यता दी जाएगी.

ONOS कब से होगा शुरू?

यह प्लेटफॉर्म 1 जनवरी, 2025 को चालू हो जाएगा. इसके लिए राष्ट्रीय सदस्यता लेनी होगी, जिसके बाद यूजर्स की पहुंच पत्रिकाओं तक होगी. राज्य सरकारों से भी अनुरोध किया जाएगा कि वे सभी सरकारी संस्थानों के छात्रों, शिक्षकों और रिसर्चर्स से इसका लाभ उठाने के लिए अभियान चलाए.

इस योजना से कितने छात्रों को मिलेगा लाभ?

इस पहल से टियर 2 और टियर 3 शहरों सहित सभी विषयों के लगभग 1.8 करोड़ छात्रों, शिक्षकों, रिसर्चर्स और साइंटिस्ट को मदद मिलने की उम्मीद है. ONOS के माध्यम से इन रिसर्चर्स को उच्च गुणवत्ता वाले विद्वानों की पत्रिकाओं तक पहुंच प्राप्त होगी, जिससे देश में कोर के साथ-साथ अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा.

ONOS के जरिए कितनी पत्रिकाओं तक पहुंच?

कुल 30 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पत्रिका पब्लिशर्स को वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन में शामिल किया गया है। इन पब्लिशर्स के जरिए प्रकाशित लगभग 13,000 ई-बुक अब 6,300 से ज़्यादा सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों और केंद्र सरकार के अनुसंधान एवं विकास संस्थानों के लिए उपलब्ध होगी.

इस योजना में शामिल पब्लिशर्स में एल्सेवियर साइंस डायरेक्ट, स्प्रिंगर नेचर, विले ब्लैकवेल पब्लिशिंग, टेलर एंड फ्रांसिस, सेज पब्लिशिंग, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस और BMJ जर्नल्स शामिल हैं. अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) समय-समय पर वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन के उपयोग और इन संस्थानों के भारतीय लेखकों के आर्टिकल की समीक्षा करेगा.

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