बारिश की मार में दरकते पहाड़! वैष्णो देवी मार्ग पर मौत का लैंडस्लाइड, 35 लोगों ने गंवाई जान; जम्‍मू-कश्‍मीर बेहाल - Updates

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है. कटरा स्थित वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन से 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई यात्री मलबे में फंस गए, लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है और एहतियातन कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.;

( Image Source:  ANI )
By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 27 Aug 2025 2:05 PM IST

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है. भारी बारिश से भूस्खलन, बाढ़ और अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई है. कटरा स्थित माता वैष्णो देवी धाम की यात्रा फिलहाल रोक दी गई है. इस आपदा में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं इस हादसे में 23 लोगों के घायल होने की खबर भी बताई जा रही है. 

बारिश के कारण सड़कें और पुल बह गए, मोबाइल टावर और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे बड़े पैमाने पर संचार सेवाएं बाधित हो गईं. लाखों लोग संपर्क से कट गए हैं. वहीं, जम्मू से श्रीनगर और किश्तवाड़-डोडा नेशनल हाईवे समेत कई सड़कें बंद कर दी गई हैं.

1. वैष्णो देवी यात्रा पर रोक

कटरा में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते माता वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई है. हजारों श्रद्धालु फंसे हुए हैं और प्रशासन लगातार राहत कार्य में जुटा है.

2. अब तक 30 से अधिक मौत, कई घायल

भारी बारिश और भूस्खलन से जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में कम से कम 33 लोगों की मौत हो चुकी है. डोडा जिले में चार लोगों की जान गई, जिनमें से तीन नदी में बह गए और एक मकान ढहने से मारा गया.

3. पुल और सड़कें ध्वस्त, ट्रेनों पर असर

भारी बारिश से कई पुल और सड़कें बह गए.जम्मू-श्रीनगर और किश्तवाड़-डोडा हाईवे बंद कर दिया गया है. कई ट्रेनों को भी रद्द करना पड़ा.

4. दूरसंचार और बिजली व्यवस्था ठप

तेज हवाओं और बारिश से मोबाइल टावर व बिजली के खंभे गिर गए, जिससे बड़े पैमाने पर टेलीकॉम सेवाएं ठप हो गईं. लाखों लोग नेटवर्क से बाहर हो गए हैं.

5. बादल फटने से और बढ़ी तबाही

इससे पहले किश्तवाड़ जिले के चिसोटी गांव में 14 अगस्त को बादल फटने की घटना हुई थी, जिसमें 65 लोगों की मौत हुई और 100 से ज्यादा घायल हुए थे. अब भी कई लोग लापता हैं.

6. सीएम उमर अब्दुल्ला ने हालात बताए गंभीर

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति को गंभीर बताया है. उन्होंने जिला प्रशासनों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है और प्रभावित परिवारों को भोजन, पानी व दवाएं उपलब्ध कराने के आदेश दिए.

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