यह रीसेट दुनिया के लिए अच्छा... ट्रम्प के टैरिफ पर केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान, भारत ने चीन की उम्मीदों पर फेरा पानी

India On US-China Trade War: पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में बहुत अधिक चीनी निवेश नहीं आया है और न ही सरकार चीन से कोई महत्वपूर्ण निवेश लाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश हमारी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित दुनिया के साथ एकीकृत करने का है और ये बिना किसी एक का पक्ष लिए बिना है.;

India On US-China Trade War
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On : 12 April 2025 7:01 AM IST

India On US-China Trade War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प टैरिफ को लेकर चीन पर कड़ा रूख अपना रहे हैं. इस बीच भारत का बड़ा बयान सामने आया है, जो एक ओर तो ट्रम्प के टैरिफ एक्शन को दुनिया के लिए रिसेट बता रहा तो दूसरी तरफ चीन को झटका दे रहा है. कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में बहुत अधिक चीनी निवेश नहीं आया है और न ही सरकार को चीन से किसी तरह के निवेश की जरूरत है.

ट्रम्प के टैरिफ लगाए जाने से वर्ल्ड ट्रेड सिस्टम में आए बदलावों का जिक्र करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं दिखती है और यह रीसेट वास्तव में दुनिया के लिए अच्छा है. उन्होंने ये भी कहा कि सब कुछ रेसिप्रोकल, आपसी विश्वास और लाभ पर आधारित होगा.

'25 सालों में चीन से कोई बड़ा निवेश नहीं'

पीयूष गोयल ने कहा, 'भारत अपने हितों की रक्षा करेगा. हमारे लिए भारत सबसे पहले है. जो भी हमारे हित में है. हम उसके अनुसार अपनी नीति को फिर से तैयार करेंगे. अभी तक भारत में चीन से शायद ही कोई प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है. पिछले 25 सालों में भी यही स्थिति रही है. जब यह खुला था, तब भी भारत में बहुत अधिक चीनी निवेश नहीं आया था. न ही हम चीन से आने वाले किसी भी महत्वपूर्ण निवेश को प्रोत्साहित कर रहे हैं. फिलहाल, यही नीति है.'

चीन की उम्मीदों पर भारत ने फेरा पानी

अमेरिका से मारा फिरा चीन भारत की ओर राह ताक रहा है. इस बीच भारत ने चीन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. पीयूष गोयल ने कहा, 'हमारा प्रयास अपनी अर्थव्यवस्थाओं को विकसित दुनिया के साथ एकीकृत करना है, जो निष्पक्ष खेल में विश्वास करते हैं और जहां हमें व्यापार करने और निवेश करने का समान अवसर मिलता है. सब कुछ रेसिप्रोकल होगा. सब कुछ आपसी विश्वास और आपसी लाभ पर आधारित होगा.'

'दुनिया के लिए ये रीसेट अच्छा है'

इसके बाद ट्रम्प के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसलिए मैं व्यक्तिगत रूप से थोड़े समय को छोड़कर, कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं देखता. मुझे लगता है कि दुनिया जिस रीसेट से गुजर रही है, वह वास्तव में दुनिया के लिए बहुत अच्छा है.'

'चीन पर दुनिया भर का अहसान'

पीयूष गोयल ने चीन को दुनियाभर का अहसान मानने की सलाह दी है और वैसा ही व्यवहार करने की बात कही. उन्होंने कहा, 'मैंने दूसरे दिन कहा था, मेरे विनम्र विचार में इस पूरी समस्या की उत्पत्ति 80 के दशक के अंत और 90 के दशक के मध्य में हुई थी, जब चीन को विश्व व्यापार संगठन में स्वीकार किया गया था और दुनिया के सभी देशों ने सामूहिक रूप से चीन को लाभ दिया था. अब दुनिया के सभी देशों को आशा है कि चीन दुनिया के साथ भी बेहतर व्यवहार करें.'

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