ट्रम्प के टैरिफ एक्शन पर भारत ने तोड़ी चुप्पी, जानिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्या-कुछ कहा
Nirmala Sitharaman: अमेरिकाके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दुनिया भर के देशों को डॉलर के अवाला किसी और विकल्प के उपयोग में टैरिफ लगाने की धमकी दी थी. इस मामले पर वित्त मंत्री सीतारमण का बयान सामने आया. सीतारमण ने कहा कि हम सतर्क रहेंगे, लेकिन हम इस समय यह अनुमान नहीं लगा सकते कि इसका हम पर क्या प्रभाव होगा.';
Nirmala Sitharaman On US Tariff Rules: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सभी देशों को डॉलर का उपयोग कम करने या न करने पर कड़ी चेतावनी दी थी. ट्रम्प ने कहा था कि अगर किसी ने डॉलर के अवाला किसी और ऑप्शन को देखा तो अमेरिका उस पर टैरिफ लगाएगा. ट्रम्प के इस एलान के बाद कई देशों ने इसकी आलोचना की. अब इस पर भारत का भी बयान सामने आया है.
एचटी को दिए इंटरव्यू में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फवरी को 8वीं बार देश का आम बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने नए इनकम टैक्स कानून बनाने का एलान किया. इंटरव्यू में वित्त मंत्री ने विदेश से जुड़े मुद्दों पर भी सवालों के जवाब दिए, जिसमें ट्रम्प का टैरिफ लगाने का फैसला भी शामिल था.
ट्रम्प के टैरिफ लगाने पर क्यों बोलीं वित्त मंत्री?
वित्त मंत्री ने पूछा गया कि अमेरिकी टैरिफ, जो कनाडा, मैक्सिको और चीन पर लगाए गए थे. क्या आपको लगता है कि इसका कोई असर भारत पर भी पड़ेगा? इसके जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि 'हम नहीं जानते कि इसका हमारे लिए क्या परिणाम होगा, लेकिन आपने एक उचित मुद्दा उठाया है. मैक्सिको, कनाडा, चीन पर जो कुछ भी थोपा जा रहा है, क्या उसका हम पर कोई असर होगा. इसका अप्रत्यक्ष रूप से हम पर असर हो सकता है, लेकिन खास तौर पर हम अभी नहीं जानते कि क्या होने वाला है. हम सतर्क रहेंगे, लेकिन हम इस समय यह अनुमान नहीं लगा सकते कि इसका हम पर क्या प्रभाव होगा.'
भारत को खोजने होंगे नए बाजार
एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उद्योगों को नए बाजार खोजने में सुविधा हो, और आत्मनिर्भरता के कारण हम अपनी आवश्यक वस्तुओं के लिए कई चीजें बना पाएं. लेकिन नए बाजार खोजना निर्यात संवर्धन इंजन की बात का हिस्सा है. और इसमें हमने नए बाजार खोजने, ईसीजीसी (निर्यात ऋण गारंटी निगम) और एक्जिम बैंक की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि अधिक व्यापार को मदद मिल सके. यह सब हो रहा है. इसलिए हम लगातार उन संस्थानों को मजबूत कर रहे हैं जो ट्रेड प्रोमोशन में मदद करते हैं.
कस्टम टैक्स लेकर ये है प्लान
भारत सीमा शुल्क को कम कर रहा है इसकी क्या वजह है? इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, बीते 2 सालों से कस्टम टैक्स तर्कसंगत बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है. उसी दिशा में इस बार भी सीमा शुल्क को तर्कसंगत बनाया गया है. हमारे देश में जो वस्तुएं नहीं हैं और जो कच्चे माल के उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं, एमएसएमई के लिए, हमें उन्हें सस्ती कीमतों पर प्राप्त करने की आवश्यकता है. इसी तरह, श्रम गहन (उद्योग) हैं, चाहे वह चमड़ा हो, जूते हों, या कपड़ा हो, या खिलौने हों. हमें कुछ चीजें विदेश से लाने की जरूरत है. हमें उन्हें सस्ती कीमतों पर प्राप्त करने की जरूरत है. इसलिए ये विचार हैं कि हम सीमा शुल्क को तर्कसंगत क्यों बना रहे हैं, किसी और चीज के जवाब में नहीं.