iPhone खरीदने वालों को लग सकता है 28,000 तक का झटका! अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर में Apple ने खेला भारत कार्ड
Apple अपने नए iPhone मॉडल्स की कीमतों में 28,000 रुपये तक की बढ़ोतरी करने की तैयारी में है. इसका मुख्य कारण अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के चलते बढ़ा आयात शुल्क (30%) और ग्लोबल सप्लाई चेन में आई बाधा है. कंपनी इन लागतों की भरपाई के लिए भारत में प्रोडक्शन बढ़ा रही है, लेकिन अब भी हाई-एंड मॉडल्स चीन में ही बनेंगे. नया iPhone पतले डिजाइन और नए फीचर्स के साथ आएगा, लेकिन बढ़ी कीमत से ग्राहकों की जेब पर भारी असर पड़ सकता है.;
iPhones May Get Costlier: अगर आप इस साल नया iPhone खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो ये खबर आपको झटका दे सकती है. Apple अपने आने वाले iPhone सीरीज के दाम 28,000 रुपये तक बढ़ा सकता है! कारण? अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर, भारी टैक्स, और ग्लोबल सप्लाई चेन में आया भूचाल.
यह पहली बार होगा जब Apple इतने बड़े पैमाने पर भारत को एक प्रमुख निर्माण केंद्र के रूप में पेश करेगा, लेकिन क्या इससे आपकी जेब को राहत मिलेगी या और बोझ बढ़ेगा?
खास बातें
- iPhone मॉडल्स की कीमतों में हो सकता है 43% तक इज़ाफा
- चीन से आयातित प्रोडक्ट्स पर अमेरिका में 30% टैक्स लागू
- Apple भारत में बढ़ा रहा है प्रोडक्शन लेकिन अब भी चुनौतियां बरकरार
- ट्रंप काल में शुरू हुई ट्रेड जंग ने Apple को नई रणनीति अपनाने पर किया मजबूर
- नया iPhone होगा 'ultrathin' डिज़ाइन वाला, फीचर्स में भी बदलाव
कहां से शुरू हुआ झटका?
Apple अब अमेरिका में बिकने वाले iPhones पर टैक्स का बोझ ग्राहकों पर डाल सकता है. Wall Street Journal की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर Apple ये पूरा टैक्स पास-ऑन करता है, तो 799 डॉलर (करीब 66,000 रुपये) की शुरुआती कीमत वाला iPhone मॉडल बढ़कर 1,142 डॉलर (94,000 रुपये) तक पहुंच सकता है. यानी सीधा 28,000 रुपये का झटका!
भारत को क्यों चुना Apple ने?
Apple पहले ही कह चुका है कि उसने अप्रैल-जून तिमाही में केवल टैक्स के कारण 900 मिलियन डॉलर (करीब 7,500 करोड़ रुपये) का अतिरिक्त खर्च किया. इसके चलते अब कंपनी भारत में मैन्युफैक्चरिंग को तेजी से बढ़ा रही है. लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में अभी भी हाई-एंड iPhones जैसे Pro और Pro Max को बनाने के लिए जरूरी टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है.
क्या भारत बनेगा अगला चीन?
Apple CEO टिम कुक का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत, अमेरिका के लिए iPhones का प्रमुख सप्लाई बेस बन सकता है. हालांकि, चीन की तुलना में भारत अभी भी पीछे है. iPhone के प्रीमियम मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग फिलहाल चीन में ही जारी रहेगी.
नया फोन, नए फीचर - कीमत भी नई!
Rosenblatt Securities की रिपोर्ट बताती है कि Apple अपने नए ultrathin डिज़ाइन वाले iPhones में फीचर्स को अपग्रेड करेगा, ताकि ग्राहकों को बढ़ी कीमत जायज़ लगे. लेकिन सवाल ये है: क्या इतनी बड़ी कीमत वसूलना सही होगा?
ट्रेड वॉर में ताजा मोड़
अमेरिका और चीन ने फिलहाल 90 दिनों के लिए एक सीमित ट्रूस (संघर्ष विराम) का ऐलान किया है. अमेरिका ने जहां अतिरिक्त टैक्स को 145% से घटाकर 30% कर दिया है, वहीं चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर ड्यूटी 125% से घटाकर 10% कर दी है. लेकिन ये राहत सिर्फ अस्थायी है.
क्या कहता है बाजार?
Apple के शेयर प्री-मार्केट ट्रेडिंग में करीब 7% बढ़ गए हैं, जिससे बाजार में उम्मीद की हलचल दिख रही है. लेकिन बढ़ती कीमतें आने वाले दिनों में Apple की बिक्री पर असर डाल सकती हैं, खासकर जब सैमसंग जैसे प्रतिद्वंद्वी AI फीचर्स के साथ ज्यादा आक्रामक हो रहे हैं.
iPhone खरीदने वालों के लिए ये वक्त सतर्क रहने का है. नई तकनीक और बेहतर फीचर्स के साथ आने वाला iPhone आपके स्टेटस को जरूर बढ़ा सकता है, लेकिन उसकी कीमत आपके बजट को हिला सकती है. भारत को लेकर Apple की रणनीति दिलचस्प है, पर क्या इससे आपको सीधी राहत मिलेगी? इसका जवाब वक्त ही देगा.