मुकेश अंबानी का ह्यूमनॉइड रोबोट कैसे लाएगा बड़े बदलाव? फैशन, रिटेल और एनर्जी सेक्टर से हो सकती है लोगों की छुट्टी

Humanoid Robots: नोएडा स्थित एडवर्ब टेक्नोलॉजीज 2025 तक उन्नत ह्यूमनॉइड रोबोट लॉन्च करने की तैयार में है, जिसे बैकेंड से मुकेश अंबानी का सपोर्ट मिलता है. इसका लक्ष्य ग्लोबल रोबोटिक्स बाजार में टेस्ला को टक्कर देना है. ये AI-संचालित रोबोट फैशन, रिटेल और एनर्जी में काम करने वाले हैं.;

Humanoid Robots(Image Source:  Canva )
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On : 20 Nov 2024 12:35 PM IST

Humanoid Robots: भारत अपने बढ़ते टेक्नोलॉजी से दुनिया को टक्कर दे रहा है. इस दौरान देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी देश में एक अलग ही क्रांति लाने की तैयारी में है, जो शायद भारत में इतने बड़े लेवल पर ऐसा कभी नहीं हुआ. मुकेश अंबानी की समर्थित नोएडा स्थित कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजीज 2025 तक ह्यूमनॉइड रोबोट को लॉन्च करने जा रही है.

मुकेश अंबानी के ये ह्यूमनॉइड रोबोट फैशन, रिटेल और एनर्जी के क्षेत्रों में काम करेंगे. ये AI-संचालित रोबोट Jio की AI और 5G तकनीकों का लाभ उठाते हुए काम करेंगे, जो उभरते ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स मार्केट में एलोन मस्क की टेस्ला के साथ सीधे टक्कर देने के लिए खुद को तैयार करेगा, लेकिन सवाल ये है कि इसका प्रभाव क्या होगा? तो आईए एक नजर डालते हैं, ह्यूमनॉइड रोबोट के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पर.

क्या होते हैं ह्यूमनॉइड रोबोट्स?  

ह्यूमनॉइड रोबोट्स वे रोबोट्स होते हैं, जो इंसान की तरह दिखने और काम करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं. ह्यूमनॉइड रोबोट्स का मुख्य उद्देश्य इंसान के जैसे दिखने और काम करने के साथ-साथ लोगों के साथ बातचीत और सहयोग करना होता है.

ऐसे काम करता है ह्यूमनॉइड रोबोट्स

क्या लोगों की नौकरियों पर पड़ेगा असर?  

ह्यूमनॉइड रोबोट्स का लोगों की नौकरियों पर असर के तौर सीधे कह देना कि इससे नौकरी चली जाएगी, ये ठीक नहीं है. इसके लिए कई पहलुओं को समझना जरूरी है. सबसे बड़ा चिंता का विषय यह है कि ह्यूमनॉइड रोबोट्स उन लोगों की नौकरियों को छीन सकते हैं, जो मैनुअल काम करते हैं. यानी कि सर्विस वाले लोग, जैसे- वर्कर, ड्राइवर, कैशियर, क्लीनिंग स्टाफ में काम करने वाले लोग.

जब इस तरह के रोबोट्स ज्यादा काम करने लगते हैं, तो कंपनियां मैन्युअल काम करने वाले लोगों की छुट्टी कर सकती है और कंपनी के पैसे बच सकते हैं. इससे जो लोग इन नौकरियों में काम कर रहे हैं, उनका रोजगार खत्म हो सकता है और आर्थिक असमानता बढ़ सकती है. इसके साथ रोबोट्स के आने कंपनी के ट्रेनिंग का खर्च और टाइम भी बच जाता है.

ह्यूमनॉइड रोबोट्स भी दे सकता है नौकरी?

ह्यूमनॉइड रोबोट्स नई टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग में नौकरियों का अवसर लाएगा. रोबोटिक्स, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में लोगों की मांग बढ़ सकती है. कुल मिलाकर कहें तो ह्यूमनॉइड रोबोट्स डेवलप करने से लेकर इसकी देखरेख और मैंटेनेंस के क्षेत्र में लोगों को नौकरियां मिल सकती है.

समाज पर असर

हालांकि, अब तक इसे लेकर समाज में नकारात्मक असर अधिक है, जो शायद आने वाले समय में इसके आने से बदल सकता है. ह्यूमनॉइड रोबोट्स का लोगों की नौकरियों पर असर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकता है. इसका बड़ा प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि समाज, सरकार और इंडस्ट्री इसे किस तरह से अपनाते हैं और इसके साथ नौकरियों का विकास कैसे किया जाता है.

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