Goa Nightclub Fire : मौत के तांडव के कुछ घंटे बाद ही थाईलैंड भाग निकले थे मालिक सौरभ-गौरव लुथरा
6 दिसंबर 2025 की रात गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित पॉपुलर नाइटक्लब 'बिर्च बाय रोमियो लेन' में एक भयानक आग लग गई, जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. ज्यादातर पीड़ित क्लब के स्टाफ थे, जो किचन और बेसमेंट में फंसकर दम घुटने से मारे गए। चार पर्यटक भी इस हादसे का शिकार हुए, जिनमें एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल थे. यह गोवा की इतिहास की सबसे भयावह आग दुर्घटनाओं में से एक है.;
गोवा के मशहूर नाइटक्लब 'बिर्च बाय रोमियो लेन' में शनिवार-रविवार की रात लगी भीषण आग में अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है. इस हादसे के मुख्य आरोपी और क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा आग लगने के महज तीन घंटे के अंदर ही गोवा से भाग निकले और दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए. वहां से रविवार सुबह 5:30 बजे इंडिगो की फ्लाइट लेकर वे थाईलैंड के फुकेत शहर के लिए रवाना हो गए. सोमवार को गोवा के डीजीपी आलोक कुमार ने यह बड़ा खुलासा किया.
उन्होंने कहा, 'आग लगते ही दोनों भाई तुरंत भाग खड़े हुए. यह साफ दिखाता है कि वे पुलिस की जांच और गिरफ्तारी से बचना चाहते थे.' दोनों भाइयों ने भागने से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, जिसमें लिखा था कि वे मरने वालों और घायल लोगों के परिवारों के बहुत दुखी हैं और हर तरह की मदद करेंगे. लेकिन पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ दिखावा था, क्योंकि असल में वे देश छोड़कर भाग गए.
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इंटरपोल की मदद से पकड़ने की कोशिश
अब गोवा पुलिस ने दोनों के खिलाफ लुक-आउट नोटिस (LOC) जारी करवा दिया है. इंटरपोल की मदद से उन्हें जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश की जा रही है. गोवा पुलिस की एक टीम रविवार को ही दिल्ली पहुंची थी, लेकिन तब तक दोनों भाई थाईलैंड जा चुके थे. पुलिस ने उनके दिल्ली वाले घर और ऑफिस पर छापा मारा, पर दोनों नहीं मिले. क्लब के तीसरे पार्टनर अजय गुप्ता भी अभी फरार हैं. पुलिस दिल्ली में उनकी तलाश कर रही है.
भरत कोहली से गिरफ्तार
वहीं क्लब के रोज़ाना के कामकाज देखने वाले भरत कोहली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गोवा लाकर पूछताछ की जा रही है. क्लब के चार बड़े स्टाफ चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया और जनरल मैनेजर विवेक सिंह को भी रविवार को पकड़ा गया था. कोर्ट ने उन्हें 6 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है.
अफसरों को गलत तरह से परमिशन
पुलिस ने तीन सरकारी अफसरों सिद्धि हरलंकर, शमिला मोंटेइरो और रघुवीर डी बागकर को भी तलब किया है, क्योंकि इन अफसरों ने क्लब को गलत तरीके से परमिशन दी थी. रघुवीर डी बागकर सोमवार को पुलिस स्टेशन नहीं पहुंचे. हादसा शनिवार रात करीब 11:45 बजे हुआ. उस रात क्लब में 150 से ज्यादा टूरिस्ट पार्टी कर रहे थे. शुरुआती जांच में पता चला है कि स्टेज पर चल रहे इलेक्ट्रिक पटाखों (कोल्ड फायरवर्क्स) की चिंगारी लकड़ी की छत से टकराई और देखते-देखते पूरी जगह आग की लपटों में घिर गई.
20 शवों का पोस्टमॉर्टम
मरने वालों में ज्यादातर युवा टूरिस्ट थे गोवा मेडिकल कॉलेज में 20 शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है और उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है. बाकी के शवों की पहचान और पोस्टमॉर्टम का काम चल रहा है. पुलिस का कहना है कि क्लब में सुरक्षा के सारे नियम तोड़े गए थे- इमरजेंसी एग्जिट के रास्ते बंद थे, फायर एक्जिट काम नहीं कर रहे थे और ज्यादा लोगों को अंदर घुसने दिया गया था. अब इस मामले में लापरवाही से मौत और गैर-इरादतन हत्या के केस दर्ज किए गए हैं.