'मेरा लाल किला मुझे लौटा दो...' कौन हैं सुल्‍ताना बेगम, जो रेड फोर्ट पर कर रहीं अपना दावा?

Who Is Sultana Begum: दिल्ली हाईकोर्ट ने लाल किला पर कब्जा दिलाने की मांग को लेकर दायर एक याचिका को 12 दिसंबर को खारिज कर दिया. इस याचिका को सुल्ताना बेगम ने दायर किया था. सुल्तान बेगम ने कोर्ट से मांग की थी कि उन्हें लाल किला पर कब्जा या मुआवजा दिलाया जाए. ऐसे में सवाल उठता है सुल्तान बेगम कौन हैं और उन्होंने लाल किले पर दावा क्यों किया है. आइए जानते हैं...;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 13 Dec 2024 7:30 PM IST

Who Is Sultana Begum: लाल किला किसका है? अरे वही लाल किला, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को देशवासियों को संबोधित करते हैं और जो दिल्ली में स्थित है... अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसा सवाल है... तो बता दें कि लाल किले पर दावा करते हुए एक महिला ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. हालांकि, इस याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया.

बता दें कि यह याचिका सुल्ताना बेगम ने हाईकोर्ट में दायर की है, जिसमें उन्होंने लाल किले पर कब्जा दिलाने की मांग की है. उनका यह भी कहना है कि अगर लाल किला नहीं दिला सकते हैं तो कम से कम मुआवजा ही दिलवा दीजिए.



कार्यवाहक चीफ जस्टिस विभु बाखरू और जस्टिस तुषार राव गेडेला की बेंच 13 दिसंबर यानी आज दिसंबर 2021 में दिए गए एक फैसले के खिलाफ बेगम की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान बेंच ने कहा कि अपील में ढाई साल से ज्यादा की देरी हुई है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता.

कौन हैं सुल्ताना बेगम?

सुलताना बेगम खुद को मुगल बादशाह बहादुर शाह द्वितीय के परपोते मिर्जा मोहम्मद बेदार बख्त की विधवा बताती हैं. उनका कहना है कि वह बहादुर शाह जफर द्वितीय की वंशज हैं. इसलिए लाल किला उनकी संपत्ति है. अपील में देरी की वजह उन्होंने अपनी खराब सेहत और बेटी की मौत को बताया, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया.


पहले भी खारिज हो चुकी है याचिका

सुल्ताना बेगम की 20 दिसंबर को दायर याचिका को दिसंबर 2021 में जज ने खारिज कर दिया था. इस याचिका में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा लाल किले पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया गया था. कोर्ट ने कहा कि 150 साल से ज्यादा समय के बाद कोर्ट आने में इतनी देरी का कोई उचित कारण नहीं है.


क्या है सुल्ताना बेगम की मांग?

सुल्ताना बेगम ने दावा किया है कि 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम के बाद परिवार को उनकी संपत्ति से वंचित कर दिया गया था. अंग्रेजों ने मुगल बादशाह को देश से निकालकर लाल किले पर जबरन कब्जा कर लिया. इस किले की मालकिन वह खुद हैं, क्योंकि उन्हें यह अपने पूर्वज से विरासत में मिला है. बता दें कि बहादुर शाह जफर द्वितीय का 82 साल की उम्र में 11 नवंबर 1862 को निधन हो गया था. बेगम की याचिका में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने इस संपत्ति पर अवैध कब्जा कर लिया है.

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