क्या वैक्सीन का असर खत्म इसलिए फिर से Active हो गया Covid 19? महाराष्ट्र से दिल्ली तक कोरोना का कहर
भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में कोविड-19 के केस बढ़े हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, मामलों में यह उछाल वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी के कमजोर पड़ने, लापरवाही भरे व्यवहार और नए उप-संक्रमण के कारण हो रहा है.;
भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि कई राज्यों में COVID-19 के केस बढ़े हैं, जिसके चलते केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. अब तक महाराष्ट्र में सबसे तेज़ उछाल देखा गया है, जहां एक सप्ताह में एक्टिव केस 12 से बढ़कर 56 हो गए हैं. इसके अलावा केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, सिक्किम और नोएडा में भी एक मरीज के मिलने की खबर आई है.
क्यों बढ़ रहे हैं COVID-19 के मामले?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार- लोगों की इम्युनिटी धीरे-धीरे कम हो रही है, जिससे हल्के लक्षणों के साथ संक्रमण हो रहा है. बूढ़े लोग, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग ज्यादा सावधानी बरतें. मास्क पहनना, हाथ धोना, और भीड़भाड़ से बचना जरूरी है. इस बार कोरोना के केस बढ़ने के पीछे दो नए वेरिएंट – LF.7 और NB.1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है. ये दोनों वेरिएंट JN.1 लाइनएज से निकले हैं, जो पहले से ही WHO द्वारा "वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" घोषित किया गया है.
इन वेरिएंट्स से जुड़े लक्षण
इन नए वेरिएंट्स के लक्षण लगभग पिछले Omicron वेरिएंट्स जैसे ही हैं-
खांसी और सर्दी
थकान और कमजोरी
तेज बुखार
गले में खराश
डेल्टा वेरिएंट की तरह स्वाद और गंध का जाना इस बार सामान्य नहीं है.
क्या है बचाव का तरीका?
वैक्सीनेशन अभी भी सबसे प्रभावी सुरक्षा है. बूस्टर डोज लेने की सलाह दी जा रही है, खासकर बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वालों को. मास्क का नियमित उपयोग, हाथ धोना और भीड़ से बचना जरूरी है. यदि कोई बीमार महसूस कर रहा है, तो घर पर ही रहे ताकि संक्रमण न फैले.
वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो कोरोना के मामले को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि राजधानी की निजी लैब्स में 22 मई तक 23 कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में संक्रमित व्यक्ति दिल्ली निवासी हैं या बाहर से आए यात्री, इसका पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है. हालांकि, मंत्री ने कहा कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सभी मामलों में लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही पाए गए हैं.
अस्पतालों को अलर्ट मोड पर लाया गया
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.' राजधानी के सभी अस्पतालों के मेडिकल अधीक्षकों, डॉक्टरों और उनकी टीमों से समन्वय कर लिया गया है. अभी तक मिले सभी 23 मरीज स्थिर हैं और खतरे से बाहर हैं. ये केस पिछले 10 दिनों में सामने आए हैं.