शूटिंग के बहाने बुलाया, फिर मेट्रो स्टेशन पर किया अगवा, फिल्म प्रोड्यूसर ने बच्ची को पाने के लिए अपनी कन्नड़ एक्ट्रेस वाइफ के साथ किया ये काम

कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा एक मामला इन दिनों चर्चा के केंद्र में है, जिसने रिश्तों, भरोसे और लालच की एक डरावनी तस्वीर सामने रख दी है. एक फिल्म निर्माता पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कन्नड़ एक्ट्रेस वाइफ को जबरन अगवा कर लिया. वजह सिर्फ इतनी बताई जा रही है कि वह अपने एक साल की बेटी को हासिल करना चाहता था.;

( Image Source:  instagram-@chaitraram1998official )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 16 Dec 2025 6:42 PM IST
फिल्मी दुनिया से जुड़ा एक मामला अब अपराध की कहानी बनकर सामने आया है. जहां कन्नड़ एक्ट्रेस चैत्रा आर को उनके फिल्म प्रोड्यूसर पति ने मेट्रो स्टेशन से अगवा कर लिया. बताया जा रहा है कि बच्ची को अपने पास रखने के लिए उनके पति ने यह कदम उठाया है.

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दरअसल दोनों पति-पत्नी कुछ समय से अलग रह रहे थे. जहां बच्ची मां के साथ रहती है. इस घटना ने न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि आम लोगों को भी चौंका दिया है. 

2 साल पहले हुई थी शादी

परिवार की सहमति से साल 2023 में फिल्म निर्माता हर्षवर्धन और कन्नड़ एक्ट्रेस चैतरा आर की शादी हुई थी. शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन धीरे-धीरे उनके बीच घरेलू मतभेद बढ़ने लगे. करीब सात- आठ महीने पहले दोनों ने अलग रहने का फैसला किया. जहां चैत्रा अपनी बेटी के साथ रह रही थी.

शूटिंग के नाम पर रची गई साजिश


7 दिसंबर 2025 को चैत्रा ने अपने परिवार को बताया कि उन्हें मैसूर शूटिंग के लिए जाना है, लेकिन परिवार को इसका असली मकसद पता नहीं था. आरोप है कि यह शूटिंग केवल एक साजिश का हिस्सा थी. कहा जा रहा है कि हर्षवर्धन ने अपने दोस्त कौशिक के जरिए यह फर्जी शूटिंग तय करवाई और चैत्रा को 20 हजार रुपये एडवांस भी दिए गए थे.

मेट्रो स्टेशन से किडनैपिंग

एफआईआर के मुताबिक, 7 दिसंबर की सुबह करीब 8 बजे चैत्रा को मैसूर रोड मेट्रो स्टेशन बुलाया गया. वहीं हर्षवर्धन, कौशिक और एक अन्य व्यक्ति ने कथित तौर पर उन्हें जबरन कार में बैठाया और NICE रोड व बिददी के रास्ते कहीं ले गए. 

बच्ची के बदले मां की रिहाई की धमकी

शाम होते-होते मामला और गंभीर हो गया.आरोप है कि हर्षवर्धन ने चैत्रा की मां को फोन कर साफ कहा कि अगर बच्ची को उसके पास नहीं लाया गया, तो चैत्रा को छोड़ा नहीं जाएगा. इसी तरह का मैसेज एक अन्य रिश्तेदार को भी दिया गया, जिसमें बच्ची को अरसिकेरे लाने की बात कही गई.

फोन बंद और बढ़ती चिंता

जब परिवार ने चैत्रा से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, तो उनका फोन बंद मिला. इस दौरान परिवार की चिंता लगातार बढ़ती रही. शिकायत दर्ज कराने में देरी इसलिए हुई क्योंकि शिकायतकर्ता उस समय टिपटूर में थीं और बेंगलुरु लौटने के बाद ही पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवा सकीं.

पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने हर्षवर्धन, कौशिक और एक अन्य आरोपी के खिलाफ अपहरण और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज कर लिया है. अधिकारियों का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है.

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