इस वजह से नहीं चली मणिरत्नम की फिल्म 'Dil Se', तिग्मांशु धूलिया ने किया खुलासा

तिग्मांशु धुलिया से 'दिल से' के खराब फीडबैक पर उनकी रिएक्शन के बारे में पूछा गया. जिसमें उन्होंने बताया कि फिल्म न चलने से उन्हें बेहद बुरा लगा. 'दिल से' असम में उग्रवाद के बैकग्राउंड पर आधारित थी. फिल्म में मनीषा ने एक आतंकवादी की भूमिका निभाई थी.;

( Image Source:  IMDB )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 7 Dec 2024 5:30 PM IST

शाहरुख खान (Shahrukh Khan) और मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) स्टारर 'दिल से' (Dil Se) एक बहुत पसंद की जाने वाली फिल्म है, लेकिन रिलीज के समय यह सिनेमाघरों में बहुत अधिक दर्शकों को अट्रैक्ट नहीं कर पाई.

हालांकि मणिरत्नम निर्देशित यह फिल्म अगले सालों में एक कल्ट क्लासिक और फैंस की पसंदीदा बन गई. फिल्म के डायलॉग राइटर , डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया की यह फिल्म सफल नहीं रही, क्योंकि दर्शकों को इसका क्लाइमेक्स पसंद नहीं आया क्योंकि लीड करैक्टर फिल्म के एंड में एक नहीं हो पाए.

गुलज़ार साहब ने रखा बेटी का नाम

लल्लनटॉप अड्डा से बातचीत में तिग्मांशु से 'दिल से' के खराब फीडबैक पर उनकी रिएक्शन के बारे में पूछा गया. उन्होंने बताया, 'मुझे बहुत बुरा लगा जब यह फिल्म नहीं चली. इस तथ्य के बावजूद कि इसमें 'छैया छैया' और 'ऐ अजनबी' जैसे बेहतरीन गाने थे. वास्तव में, मेरी बेटी का नाम एक गाने से इंस्पायर्ड था. जब म्यूजिक रिलीज़ हुआ, तो मैं उसके साथ वो गाने सुन रहा था और तब तक मेरी बेटी 2-3 महीने की हो चुकी थी. मेरी पत्नी ने कहा कि हम उसका नाम श्रेयसी से बदलकर जानसी रखेंगे. एक तरह से गुलज़ार साहब ने मेरी बेटी का नाम रख दिया.'

फिल्म खूबसूरती से आगे बढ़ रही थी

उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि लोग नहीं चाहते थे कि फिल्म के लीड करैक्टर अंत में मरें शायद यही वजह है कि फिल्म सिनेमाघरों में नहीं चली. मुझे लगता है कि क्लाइमेक्स दर्शकों के लिए निराशाजनक था क्योंकि वरना , फिल्म खूबसूरती से आगे बढ़ रही थी.' जब उनसे पूछा गया कि क्या क्लाइमेक्स को फिर से बनाने के लिए कोई चर्चा हुई थी क्योंकि यह 1970-1980 के दशक के दौरान एक पॉपुलर ट्रेंड था, तो उन्होंने कहा, 'मणिरत्नम एक डायरेक्टर के रूप में एक कलाकार हैं, मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। निर्देशक हो तो मणिरत्नम जैसा हो. उन्हें अपने काम पर भरोसा था, यह काम करता है या नहीं, उन्हें इसकी परवाह नहीं थी. वह कभी भी कोई शॉट नहीं बदलते थे, चाहे फिल्म चले या न चले.'

एक शानदार अवसर था

'दिल से' असम में उग्रवाद के बैकग्राउंड पर आधारित थी. फिल्म में मनीषा ने एक आतंकवादी की भूमिका निभाई थी. एएनआई के साथ पहले के एक इंटरव्यू में एक्टर ने फिल्म के अंत के बारे में बात की और कहा, 'एक कलाकार के रूप में, मेरे लिए यह करैक्टर के निगेटिव साइड को तलाशने का एक शानदार अवसर था. मैंने हमेशा प्यारे और अच्छे किरदार निभाए थे, लेकिन यह अलग था. यह नार्मल नहीं था और मुझे यह पसंद आया.'

Similar News