64वां जन्मदिन मना रहे हैं बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिक कंपोजर Anu Malik, इस फिल्म से हुई थी शुरुआत
64वां जन्मदिन मना रहे हैं बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिक कंपोजर अनु मालिक को साल 1993 में 'बाज़ीगर' और 1997 में 'वंदे मातरम' के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला. उन्होंने 1985 में फिल्म 'फुटपाथ' से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन 'नसीब' (1981) से 'बाजीगर' (1992) और 'मैं तेरा दुश्मन' जैसी फिल्मों में अपने काम से उन्हें बड़ी पहचान मिली.;
बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिक कंपोजर अनु मालिक (Anu Malik) 2 नवंबर को अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं. उन्होंने 'कहो न प्यार है', 'घातक', 'मैं हूं ना', 'ज़हर', 'अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों' समेत कई हिंदी गानों में अपनी आवाज और म्यूजिक दिया है. अनु मलिक की सिंगिंग 1980 के दशक के अंत में शुरू हुई जब उन्होंने बतौर म्यूजिशियन अपनी पहचान बनाई.
उन्होंने 1985 में फिल्म 'फुटपाथ' से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन 'नसीब' (1981) से 'बाजीगर' (1992) और 'मैं तेरा दुश्मन' जैसी फिल्मों में अपने काम से उन्हें बड़ी पहचान मिली. उन्होंने अक्सर कुमार शानू, अलका याग्निक और उदित नारायण जैसे प्लेबैक सिंगर्स के साथ कोलैब किया, जिससे 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में कई चार्ट-टॉपिंग हिट गाने मिले. अनु को साल 1993 में 'बाज़ीगर' और 1997 में 'वंदे मातरम' के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला.
मिला नेशनल अवार्ड
उन्हें साल 1999 में फिल्म 'गॉड मदर' के लिए नेशनल अवार्ड मिला. मलिक को विभिन्न म्यूजिक अवार्ड इवेंट्स में भी पहचाना गया है और भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री में उनके लाइफ टाइम अचीवमेंट के योगदान के लिए तारीफें मिली है. उन्होंने 'इंडियन आइडल' जैसे रियलिटी म्यूजिक शो में जज के रूप में पॉपुलैरटी हासिल की.
प्लैजरिज़म के आरोप
हालांकि सिंगर को अपने करियर में अनु मलिक को विवादों का सामना करना पड़ा है, जिसमें उनकी क्रिएटिविटी में प्लैजरिज़म के आरोप भी शामिल हैं, जिसने म्यूजिक इंडस्ट्री के भीतर बहस छेड़ दी है. उनकी बेटी अनमोल मलिक भी एक सिंगर और म्यूजिशियन के रूप में म्यूजिक इंडस्ट्री में शामिल हैं और कला में पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं.