MMS Viral होने के बाद अब Kajal Kumari और Khesari Lal Yadav का अश्लील AI वीडियो वायरल, मचा बवाल | Video
भोजपुरी एक्ट्रेस काजल कुमारी एक बार फिर चर्चा में हैं. MMS विवाद के बाद अब उनका और खेसारी लाल यादव का एक AI जनरेटेड लिपलॉक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो सिंगर संदेश प्रेमी के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया था, जिसके बाद फैंस में हलचल मच गई. साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह डीपफेक वीडियो है और कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है. काजल और खेसारी की टीम अब कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. यह मामला भोजपुरी इंडस्ट्री में AI के दुरुपयोग की बड़ी मिसाल बन गया है.;
भोजपुरी इंडस्ट्री एक बार फिर विवादों के घेरे में है. हाल ही में MMS वायरल होने के बाद अब अभिनेत्री काजल कुमारी का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है. बताया जा रहा है कि इस बार उनका खेसारी लाल यादव के साथ लिपलॉक करता हुआ एक AI से जनरेटेड वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है. इस वीडियो ने फैंस के बीच हड़कंप मचा दिया है और लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
दूसरी ओर, यह घटना एक बार फिर इस बहस को जन्म दे रही है कि AI तकनीक का गलत इस्तेमाल किस हद तक लोगों की निजी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है. फेक कंटेंट और डीपफेक वीडियो का बढ़ता चलन अब मनोरंजन जगत के सितारों के लिए नई परेशानी बनता जा रहा है.
कैसे वायरल हुआ ये AI वीडियो?
जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो सिंगर संदेश प्रेमी के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया गया था. इस वीडियो में काजल कुमारी और खेसारी लाल यादव को लिपलॉक करते दिखाया गया है. कैप्शन में संदेश प्रेमी ने लिखा, “काजल कुमारी को खेसारी जी ने पहले ही समझाया था.” कुछ ही घंटों में यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया.
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
वीडियो सामने आते ही इंस्टाग्राम और फेसबुक पर यूज़र्स की बाढ़ आ गई. किसी ने इसे मनोरंजन के रूप में लिया तो किसी ने इसे भोजपुरी इंडस्ट्री की छवि खराब करने वाला कदम बताया. कई फैंस ने संदेश प्रेमी को ट्रोल किया और लिखा कि बिना सच्चाई जाने ऐसे वीडियो शेयर करना गैर-जिम्मेदाराना है. वहीं कुछ लोगों ने इसे पूरी तरह AI जनरेटेड और फेक करार दिया.
Deepfake का बढ़ता खतरा
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह वीडियो डीपफेक टेक्नोलॉजी का परिणाम है, जिसे AI के जरिए बनाया गया है. इस तकनीक में असली चेहरों को डिजिटल रूप से बदलकर किसी दूसरे वीडियो पर चिपका दिया जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वीडियो बनाना और फैलाना आईटी एक्ट 2000 और IPC की धारा 67 के तहत अपराध माना जाता है.
काजल कुमारी और खेसारी की ओर से चुप्पी
अब तक इस मामले पर काजल कुमारी और खेसारी लाल यादव की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. हालांकि, उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि टीम कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रही है. बताया जा रहा है कि काजल इस वायरल वीडियो से काफी परेशान हैं और जल्द ही पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकती हैं.
ग्लैमर की दुनिया में नई चुनौती
यह घटना दिखाती है कि AI की शक्ति जितनी बड़ी है, उतना ही इसका दुरुपयोग भी खतरनाक हो सकता है. भोजपुरी जैसी तेजी से बढ़ती इंडस्ट्री में जहां सितारों की लोकप्रियता चरम पर है, वहीं फेक वीडियो और अफवाहें उनकी प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं. अब देखना यह है कि क्या काजल और खेसारी की टीम इस मामले को कानूनी रूप से सुलझाने में कामयाब होती है या यह विवाद और गहराता है.