Fanna और Rang De Basanti के लिए Aamir Khan ने ठुकराया था लंगड़ा त्यागी का रोल!
रॉबिन भट्ट ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि इस रोल के लिए आमिर खान और सैफ अली खान दोनों में दिलचस्पी थी. पहले आमिर को यह भूमिका दी जाने वाली थी, लेकिन बाद में टीम को लगा कि आमिर इस किरदार के लिए सही नहीं रहेंगे.;
2006 में जब निर्देशक विशाल भारद्वाज ने शेक्सपियर के मशहूर ड्रामा 'ओथेलो' को भारतीय अंदाज़ में बनाने का फैसला किया, तो 'ओमकारा' का जन्म हुआ. विशाल ने लेखक रॉबिन भट्ट के साथ मिलकर फिल्म की योजना बनाई. अजय देवगन को ओमकारा यानी मुख्य किरदार के लिए तुरंत चुन लिया गया और करीना कपूर को भी लीड एक्ट्रेस के रूप में फाइनल कर लिया गया.
लेकिन लंगड़ा त्यागी के किरदार के लिए कास्टिंग करना थोड़ा मुश्किल साबित हुआ. रॉबिन भट्ट ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि इस रोल के लिए आमिर खान और सैफ अली खान दोनों में दिलचस्पी थी. पहले आमिर को यह भूमिका दी जाने वाली थी, लेकिन बाद में टीम को लगा कि आमिर इस किरदार के लिए सही नहीं रहेंगे. इसके बाद सैफ अली खान को यह रोल ऑफर किया गया. जिसे उन्होंने बखूबी निभाया. जिसके लिए उन्हें साल 2007 में बेस्ट निगेटिव रोल के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला.
क्यों छोड़ी आमिर ने फिल्म
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म के टोन और स्टाइल को लेकर आमिर और विशाल भारद्वाज के बीच कुछ क्रिएटिविटी मतभेद थे. आमिर फिल्म को थोड़ा अलग तरह से देख रहे थे, जबकि विशाल का विजन कुछ और था. दोनों का नजरिया पूरी तरह मेल नहीं खा पाया. यह भी माना जाता है कि आमिर के पास उस समय दूसरे प्रोजेक्ट्स थे, जैसे कि 'रंग दे बसंती' और 'फना', जिन पर वह ध्यान देना चाहते थे. इसलिए उन्होंने 'ओमकारा' छोड़ने का फैसला लिया.
यूपी टोन सिखने के लिए लगवाया ट्यूटर
सैफ के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थानीय भाषा और बोली को सही तरीके से पकड़ना. लेकिन सैफ ने इस किरदार के लिए पूरी मेहनत की. उन्होंने भाषा सीखने के लिए ट्यूटर रखा, खासतौर पर उच्चारण सुधारने पर ध्यान दिया और किरदार में ढलने के लिए अपना लुक भी बदल लिया, सैफ ने बाल छोटे करवा लिए और अपनी बॉडी लैंग्वेज पर भी काम किया.
सैफ ने किया प्रभावित
इतना ही नहीं, सैफ ने अपने किरदार को और बेहतर समझने के लिए मालदीव और इटली की यात्राएं भी की. दीपक डोबरियाल जैसे साथी कलाकारों के साथ उन्होंने रिहर्सल भी खूब की. नतीजा यह रहा कि शूटिंग के दौरान सैफ ने अपने डायलॉग्स पहले ही टेक में शानदार ढंग से बोल दिए, जिससे निर्देशक विशाल भारद्वाज भी काफी प्रभावित हुए. आज भी ओमकारा में सैफ का निभाया गया 'लंगड़ा त्यागी' का किरदार बॉलीवुड के सबसे यादगार और दमदार किरदारों में से एक माना जाता है. फिल्म को शानदार एक्टिंग, सधी हुई कहानी और शेक्सपियर के क्लासिक नाटक के भारतीय वर्जन के लिए खूब सराहा गया.