दिल्ली में बीजेपी की वापसी: 33 साल से इन 11 सीटों पर सूखा, क्या इस बार खिलेगा कमल?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के रुझानों में बीजेपी ने उन 11 सीटों पर 6 सीटों में बढ़त बनाई है, जिन पर वह पहले कभी जीत नहीं सकी थी. पार्टी की रणनीतियों ने मुस्लिम और दलित बहुल क्षेत्रों में उसकी स्थिति मजबूत की.;
दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनाव के रुझानों के बाद बीजेपी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है, खासकर उन 11 सीटों पर, जिन पर वह पहले कभी जीत नहीं सकी थी. इस बार बीजेपी ने इन सीटों को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी और अब रुझानों के अनुसार, बीजेपी 6 सीटों पर लीड करती दिख रही है, जबकि AAP 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
बीजेपी की रणनीति:
दिल्ली में बीजेपी ने उन सीटों पर विशेष ध्यान दिया, जहां पर मुस्लिम और दलित वोटों का प्रभाव अधिक था. इन सीटों में से कुछ ऐसी थीं, जिन पर बीजेपी का पहले कभी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा था. बीजेपी की रणनीति रही कि वह दलित और मुस्लिम बहुल सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत करे, और इसके लिए पार्टी ने विशेष कदम उठाए. बीजेपी ने इन सीटों पर अपनी पार्टी के दलित नेताओं को प्रचार में उतारा और मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदू उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर हिंदू-मुस्लिम समीकरण बदलने की कोशिश की.
बीजेपी की बढ़त वाली सीटें:
बीजेपी को 6 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है, जिनमें कोंडली, अंबेडकर नगर, मंगोलपुरी, सुल्तानपुर माजरा, देवली, और विकासपुरी शामिल हैं. इन सीटों पर बीजेपी ने पहले कभी भी जीत नहीं हासिल की थी, लेकिन इस बार पार्टी की रणनीतियों ने उसे इन सीटों पर आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया है.
कोंडली
अंबेडकर नगर
मंगोलपुरी
सुल्तानपुर माजरा
देवली
विकासपुरी
इन सीटों पर बीजेपी ने मजबूत प्रचार और रणनीतिक दांवों के जरिए अपनी स्थिति को बेहतर किया है, जो पहले उसके लिए चुनौतीपूर्ण रही थीं.
दलित और मुस्लिम समीकरण:
बीजेपी के लिए दिल्ली में दलित और मुस्लिम बहुल सीटों पर जीत हासिल करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है. विशेष रूप से वह सीटें जहां अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें थीं, जैसे कोंडली, अंबेडकर नगर, और मंगोलपुरी, इनमें बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए अपने दलित नेताओं को अभियान में शामिल किया. वहीं, मुस्लिम बहुल इलाकों में, बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत हिंदू उम्मीदवारों को उतारा और मुस्लिम बनाम मुस्लिम की लड़ाई में अपनी पोजीशन को फायदा पहुंचाने की कोशिश की.
क्या कह रहे रुझान:
अब, रुझानों के अनुसार, बीजेपी ने उन 11 सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां वह पहले कभी जीत नहीं पाई थी. 6 सीटों में बीजेपी बढ़त बनाए हुए है, जो पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक सफलता साबित हो सकती है. हालांकि, AAP ने भी इन सीटों पर अपनी पकड़ बनाए रखी है, और वह 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. यह रुझान दिल्ली में बीजेपी की चुनावी रणनीति की सफलता को दर्शाता है, और पार्टी के लिए सत्ता में वापसी का रास्ता खुलता नजर आ रहा है.
अब, आगे देखने वाली बात यह होगी कि क्या बीजेपी इन सीटों पर अपनी ऐतिहासिक कमी को पूरा कर पाएगी और दिल्ली में अपनी सत्ता में वापसी कर पाएगी, या फिर AAP अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखेगी.