सोने में हल्की तेजी-चांदी ने मारी छलांग, 24 कैरेट पहुंचा 12,584 रुपये प्रति 10 ग्राम गोल्ड
चांदी को अक्सर 'गरीब का सोना' कहा जाता है, क्योंकि यह सोने से काफ़ी सस्ती होती है, लेकिन गहनों और औद्योगिक काम (इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल आदि) में इसका बहुत इस्तेमाल होता है.;
सोना हमेशा से लोगों का सबसे पसंदीदा निवेश रहा है. जब शेयर बाज़ार गिरता है, महंगाई बढ़ती है या रुपया कमज़ोर होता है, तब लोग सोने की तरफ़ भागते हैं. सदियों से सोना धन, सुरक्षा और स्थिरता का प्रतीक माना जाता रहा है. भारत में तो सोने का महत्व और भी ज़्यादा है – शादी-ब्याह, त्योहार, दान-पुण्य, सबमें सोना पहली पसंद होता है. आज सोने की कीमत क्या है? (23 नवंबर 2025)आज यानी रविवार 23 नवंबर को सोने की कीमत में कल के मुकाबले हल्की सी बढ़ोतरी हुई है.
24 कैरेट सोना (सबसे शुद्ध – 99.9% शुद्धता) कीमत: 12,584 रुपये प्रति 10 ग्राम (यह वही सोना है जो सिक्के, बिस्किट या बार के रूप में खरीदा जाता है), 22 कैरेट सोना (गहनों में इस्तेमाल होने वाला) कीमत: 11,535 रुपये प्रति 10 ग्राम (ज्वेलरी बनाने में 91.6% शुद्ध सोने का इस्तेमाल होता है, बाकी तांबा आदि मिलाया जाता है ताकि गहने मज़बूत बनें), 18 कैरेट सोना (सस्ता और हल्के गहनों के लिए) कीमत: 9,438 रुपये प्रति 10 ग्राम.
अलग-अलग शहरों में 24 कैरेट सोने की कीमत (प्रति 10 ग्राम)
चेन्नई → 12,688 रुपये (सबसे महंगा)
मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, केरल → 12,584 रुपये
दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, अहमदाबाद, चंडीगढ़ → 12,599 रुपये (लगभग)
ये छोटे-छोटे अंतर इसलिए होते हैं क्योंकि हर राज्य में GST, टीसीएस, मेकिंग चार्ज और लोकल टैक्स अलग-अलग होते हैं साथ ही ट्रांसपोर्ट और दुकानदारों का मार्जिन भी जोड़ा जाता है.
सोने की कीमत ऊपर-नीचे क्यों होती रहती है?
सोने की कीमत कभी स्थिर नहीं रहती. इसके पीछे कई बड़े कारण होते हैं:
इंटरनेशनल मार्किट – दुनिया में सोने की कीमत डॉलर में तय होती है. अगर विदेश में सोना महंगा होता है, तो भारत में भी महंगा हो जाता है.
डॉलर और रुपया – जब रुपया कमज़ोर पड़ता है, तो सोना महंगा हो जाता है.
त्योहार और शादी का सीजन – दिवाली, धनतेरस, अक्षय तृतीया, शादी के मौसम में मांग बहुत बढ़ जाती है, कीमत ऊपर चली जाती है.
महंगाई और ब्याज दरें – जब महंगाई बढ़ती है या बैंक ब्याज कम करते हैं, लोग सोने में पैसा लगाते हैं.
विश्व की अनिश्चितता – युद्ध, आर्थिक मंदी या कोई बड़ा संकट आने पर सोने को 'सुरक्षित निवेश' माना जाता है, मांग बढ़ती है. फिलहाल त्योहारों का सीजन खत्म होने की वजह से और मांग थोड़ी कम होने से सोने में हल्की नरमी आई है, लेकिन फिर भी कीमत ऊंचे स्तर पर बनी हुई है.
आज चांदी की कीमत क्या है?
(23 नवंबर 2025) चांदी को अक्सर 'गरीब का सोना' कहा जाता है, क्योंकि यह सोने से काफ़ी सस्ती होती है, लेकिन गहनों और औद्योगिक काम (इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल आदि) में इसका बहुत इस्तेमाल होता है. सामान्य कीमत: 1,64,000 रुपये प्रति किलोग्राम (यानी 164 रुपये प्रति ग्राम) लेकिन कुछ शहरों में चांदी थोड़ी महंगी है:चेन्नई, हैदराबाद, केरल, कोयंबटूर, मदुरै, विजयवाड़ा → 1,72,000 रुपये प्रति किलोग्राम बाकी बड़े शहर जैसे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, अहमदाबाद में कीमत 1,64,000 रुपये प्रति किलो ही है.