2 करोड़ आधार कार्ड बंद! UIDAI का सबसे बड़ा एक्शन - किसी की मौत के बाद कैसे डिएक्टिवेट करें Aadhaar, जानें पूरा प्रोसेस

UIDAI ने पहचान की चोरी और सरकारी लाभ के दुरुपयोग को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए देशभर में 2 करोड़ से अधिक आधार कार्ड निष्क्रिय कर दिए हैं. ये आधार नंबर उन व्यक्तियों के थे जिनकी मौत हो चुकी है लेकिन उनके दस्तावेज़ अब भी धोखाधड़ी और लाभ उठाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे. ऐसे मामलों को रोकने के लिए परिवार अब स्वयं myAadhaar पोर्टल पर “Report Death of a Family Member” विकल्प के जरिए आधार को डीएक्टिवेट करा सकते हैं, जिसमें आवश्यक विवरण और दस्तावेज अपलोड करने के बाद UIDAI सत्यापन कर आधार बंद कर देता है.;

( Image Source:  Sora AI )
Edited By :  प्रवीण सिंह
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भारत में आधार कार्ड आज हर छोटे-बड़े काम की सबसे ज़रूरी पहचान बन चुका है - बैंकिंग से लेकर डिजिटल पेमेंट, सरकारी योजनाओं से लेकर एडमिशन और नौकरियों तक, लगभग हर जगह 12 अंकों वाली यह यूनिक आईडी अनिवार्य है. ऐसे समय में UIDAI द्वारा लिया गया नया कदम देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 2 करोड़ से अधिक आधार कार्ड निष्क्रिय (Deactivate) कर दिए हैं, और इसने लाखों परिवारों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं उनका आधार कार्ड भी प्रभावित न हो जाए.

दरअसल UIDAI ने पूरे देश में पहचान की चोरी (Identity Theft) और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह बड़ा निर्णय लिया है. जांच में पाया गया कि बड़ी मात्रा में ऐसे आधार नंबर अभी भी सक्रिय थे, जिनके मालिक अब इस दुनिया में नहीं रहे. ऐसे मृत व्यक्तियों के आधार नंबर कई मामलों में धोखाधड़ी, सरकारी लाभों की गलत निकासी और क्राइम के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे. इसलिए UIDAI ने रिकॉर्ड्स को सुरक्षित और सटीक रखने के लिए देशभर के राज्यों व विभागों के साथ मिलकर मृत व्यक्तियों का डेटा प्राप्त किया और उनके आधार निष्क्रिय कर दिए. यह फैसला न सिर्फ सिस्टम को सुरक्षित बनाता है, बल्कि भविष्य में किसी के नाम और पहचान के अवैध इस्तेमाल को भी रोकता है.

Aadhaar Death Deactivation Process - पूरा तरीका

किसी परिजन के निधन के बाद उनके आधार कार्ड को निष्क्रिय करवाना अब बेहद सरल हो गया है और इसे परिवार myAadhaar पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं. सबसे पहले परिवार का सदस्य आधिकारिक myAadhaar पोर्टल पर जाकर मोबाइल नंबर और OTP के ज़रिए लॉगिन करता है, जिससे आधार डीएक्टिवेशन की प्रक्रिया शुरू होती है. लॉगिन करने के बाद मेनू में मौजूद “Report Death of a Family Member” विकल्प को चुनना होता है - यह फीचर खासतौर पर उन मामलों के लिए बनाया गया है जहां मृत व्यक्ति का आधार बंद करवाना आवश्यक होता है.

इसके बाद पोर्टल मृत व्यक्ति से संबंधित प्रमुख जानकारी मांगता है, जिसमें आधार नंबर, पूरा नाम और मृत्यु की तिथि शामिल होती है. इन विवरणों को बिल्कुल सही दर्ज करना ज़रूरी है क्योंकि UIDAI इन्हें सत्यापित करता है. कुछ मामलों में पोर्टल मृत्यु प्रमाण पत्र की PDF या फोटो अपलोड करने का अनुरोध भी कर सकता है, ताकि आवेदन की प्रामाणिकता सुनिश्चित की जा सके और किसी भी तरह के गलत उपयोग की संभावना समाप्त हो सके.

सभी विवरण भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद अनुरोध सबमिट किया जाता है. UIDAI द्वारा जानकारी की पुष्टि हो जाने पर संबंधित आधार नंबर को “Deactivated” मार्क कर दिया जाता है, जिससे पहचान के दुरुपयोग की संभावना पूरी तरह समाप्त हो जाती है और सरकारी रिकॉर्ड भी सटीक बना रहता है.

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