एपस्टीन कांड में ट्रंप फंसे! डेमोक्रेट्स ने जारी किए चौंकाने वाले ईमेल, लड़कियों की डिटेल रखने का आरोप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर जेफ्री एपस्टीन विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. अमेरिकी कांग्रेस की हाउस ओवरसाइट कमेटी ने मंगलवार को एपस्टीन एस्टेट से मिले हजारों दस्तावेज़ों में से नई ईमेल्स का एक बैच जारी किया है, जिसमें ट्रंप का नाम सीधे तौर पर संदर्भित किया गया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर जेफ्री एपस्टीन विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. अमेरिकी कांग्रेस की हाउस ओवरसाइट कमेटी ने मंगलवार को एपस्टीन एस्टेट से मिले हजारों दस्तावेज़ों में से नई ईमेल्स का एक बैच जारी किया है, जिसमें ट्रंप का नाम सीधे तौर पर संदर्भित किया गया है.
इन ईमेल्स को कमेटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर प्रकाशित किया, जिनमें एपस्टीन, उनकी सहयोगी गिसलेन मैक्सवेल, और लेखक माइकल वुल्फ के बीच बातचीत दर्ज है. इनमें से कुछ संदेशों में ट्रंप को लेकर चौंकाने वाले उल्लेख मिले हैं.
ईमेल में ट्रंप और 'विक्टिम' का जिक्र
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2011 की एक ईमेल में एपस्टीन ने मैक्सवेल को लिखा कि 'मैं चाहता हूँ कि तुम समझो कि वह कुत्ता जो अब तक भौंका नहीं... वह ट्रंप है. [पीड़िता] ने उसके साथ मेरे घर पर कई घंटे बिताए थे, लेकिन उसका नाम कभी नहीं लिया गया." इस पर गिसलेन मैक्सवेल ने जवाब दिया "मैं इस बारे में सोच रहा था." इन ईमेल्स में ट्रंप और एक कथित पीड़िता का उल्लेख होने से वॉशिंगटन की सियासत में हलचल मच गई है. डेमोक्रेटिक सांसदों ने कहा है कि ये ईमेल्स ट्रंप और एपस्टीन के पुराने रिश्तों को लेकर नई चिंताएं पैदा करती हैं और सभी संबंधित दस्तावेज़ों के पूर्ण खुलासे की मांग की है.
'23,000 दस्तावेजों की समीक्षा जारी'- हाउस डेमोक्रेट्स
डेमोक्रेटिक सदस्यों ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि "एप्सटीन एस्टेट ने कुल 23,000 दस्तावेज़ जारी किए हैं, जिन्हें फिलहाल ओवरसाइट कमेटी द्वारा समीक्षा के लिए देखा जा रहा है." उनके मुताबिक, यह रिलीज़ उस प्रयास का हिस्सा है जिसके तहत एपस्टीन के राजनीतिक और सामाजिक नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है.
कांग्रेसमैन रॉबर्ट गार्सिया बोले- 'ट्रंप कुछ छिपा रहे हैं'
हाउस ओवरसाइट कमेटी के रैंकिंग डेमोक्रेट कांग्रेसमैन रॉबर्ट गार्सिया ने कहा कि ये नए ईमेल्स “गंभीर सवाल” उठाते हैं. "जितना ज्यादा डोनाल्ड ट्रंप एप्सटीन फाइल्स को छिपाने की कोशिश करते हैं, हम उतना ही ज्यादा सच बेपरदा करते जा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि "ये हालिया ईमेल और पत्राचार इस बात पर गंभीर सवाल उठाते हैं कि व्हाइट हाउस और क्या छिपा रहा है, और एप्सटीन और राष्ट्रपति के बीच संबंधों की असली प्रकृति क्या थी. न्याय विभाग को तुरंत एप्सटीन फाइल्स को सार्वजनिक करना चाहिए." गार्सिया ने साफ किया कि कमेटी सत्य और न्याय की दिशा में लगातार काम करती रहेगी, जब तक कि पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिल जाता.
एपस्टीन फाइल्स फिर बनीं राजनीतिक बहस का मुद्दा
इन दस्तावेज़ों के जारी होने के साथ ही अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (US House) की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई है. माना जा रहा है कि यह खुलासा फिर से “Epstein Files” को लेकर सियासी बहस को हवा देगा. ये वही सरकारी दस्तावेज़ हैं जो एपस्टीन के सहयोगियों और कथित अपराधों से जुड़े हैं.
ट्रंप ने आरोपों से किया इनकार
डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कई बार एपस्टीन से जुड़ी अवैध गतिविधियों में किसी भी प्रकार की भूमिका से इनकार कर चुके हैं. दोनों 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में सामाजिक समारोहों में साथ दिखे, लेकिन 2004 के आसपास दोनों के रिश्ते खराब पड़ने की खबरें आई थीं.
जुलाई 2025 में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने ट्रंप को सूचित किया था कि उनका नाम एपस्टीन फाइल्स में शामिल है. हालांकि, व्हाइट हाउस ने अब तक इन नए खुलासों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
क्या है जेफ्री एपस्टीन मामला?
जेफ्री एपस्टीन एक अमेरिकी फाइनेंसर था, जिस पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और मानव तस्करी के गंभीर आरोप लगे थे. 2019 में जेल में उसकी रहस्यमय मौत के बाद से यह मामला अमेरिकी राजनीति और न्याय प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता रहा है.





