Begin typing your search...

Israel Iran War: इजरायल-ईरान युद्ध के बीच दो गुटों में बंटे मुस्लिम देश, जानें कौन किसके साथ?

Israel Iran War News: इराक, कतर, तुर्की, यूएई और सऊदी अरब जैसे देशों ने ईरान पर इजरायल के हमले की आलोचना तीखी आलोचना की है. इराक ने हमले को क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा, सऊदी अरब ने ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन और तुर्की ने बर्बर करार दिया है. वहीं जॉर्डन ने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने वाले ईरान के ड्रोन को मार गिराया है.

Israel Iran War: इजरायल-ईरान युद्ध के बीच दो गुटों में बंटे मुस्लिम देश, जानें कौन किसके साथ?
X
( Image Source:  Social )

Israel Iran War NewsToday: इजरायल की ओर से दो दिन से लगातार ईरान पर जारी हमले के बाद मुस्लिम देशों के रुख भी अब सामने आने लगे हैं. ताज्जुब की बात यह है कि इजरायल-ईरान युद्ध में मुस्लिम देश दो गुटों में बंटे दिखाई दे रहे हैं. जहां इराक, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब ने इजरायल के हमले की सख्त आलोचना की है, वहीं जॉर्डन ने इजरायल का खुलकर साथ दिया है. मध्य पूर्व के अधिकांश मुस्लिम देशों ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है.

दरअसल, जॉर्डन इजरायल का पड़ोसी मुल्क है. जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन का कहना है कि वह अपने हवाई क्षेत्र को युद्ध का मैदान नहीं बनने देंगे. हम अपने हवाई क्षेत्र के किसी भी उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यही वजह है कि ईरान की ओर से इजरायल पर दागे गए सभी ड्रोन को जॉर्डन की सेना सफलतापूर्वक रोक दिया. यानी जॉर्डन की हवाई क्षेत्र से गुजरने वाले ईरान के ड्रोन इजरायल की सीमा में प्रवेश ही नहीं कर पाए.

बीते साल भी भी इजरायल की ओर जाती हुई ईरान की कई मिसाइलों और ड्रोन को जॉर्डन की सेनाओं ने रोका दिया था. लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने इजरायली हमलों की निंदा की है. हिजबुल्लाह की होर से कहा गया है कि इजरायल को सबक सिखाना जरूरी है.

इराक, तुर्की, कतर, यूएई और सऊदी अरब ईरान के साथ

दूसरी तरफ इराक, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब व अन्य मुस्लिम देशों ने इजरायल के हमले की आलोचना तीखी आलोचना की है. इराक ने इसे क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया तो सऊदी अरब ने इसे ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया है. पाकिस्तान ने इस बार भी ईरान का साथ देने का ऐलान किया है और इजरायली हमले को खतरा करार दिया है.

तुर्की ने इजरायल हमले को बर्बर

कतर गाजा और ईरान-यूएस परमाणु वार्ता का मध्यस्थ है. उसने इजरायल ईरान के खिलाफ कार्रवाई को शांति प्रयासों के लिए खतरा बताया है. कतर के विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक कतर समाचार एजेंसी को दिए गए एक बयान में कहा कतर इजरायली हमले की कड़ी निंदा करता है. तुर्की ने इजरायल को "बर्बर और असंवैधानिक" बताते हुए उसकी निंदा की है.

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख