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डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या क्यों करना चाहता था ईरान? निशाने पर थे पत्रकार समेत अमेरिकी नागरिक

Donald Trump: न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ने आरोप लगाया कि ईरान की सरकार ने अमेरिकी धरती पर राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प समेत अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की. ईरान की ओर से की गई हत्या की साजिश में अमेरिका के दो पत्रकार भी शामिल थे.

डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या क्यों करना चाहता था ईरान? निशाने पर थे पत्रकार समेत अमेरिकी नागरिक
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Iran conspiracy to assassinate Donald Trump
( Image Source:  ANI )
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 9 Nov 2024 8:01 AM IST

Iran conspiracy to assassinate Donald Trump: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. यूएस न्याय विभाग ने बताया कि ईरान की सरकार ने चुनाव के दौरान ट्रम्प की हत्या की साजिश रची थी, जिसे FBI ने नाकाम कर दिया था. यही नहीं ईरान के निशाने पर कुछ अमेरिकी नागरिक भी थे.

ईरान की ओर से की गई हत्या की साजिश में अमेरिका के दो पत्रकार भी शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर तेहरान की आलोचना की थी. अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की ईरान की नाकाम साजिश के संबंध में संघीय आरोपों की घोषणा की.

ट्रम्प को क्यों मारना चाहता है ईरान

न्यूयॉर्क में न्याय विभाग ने कहा कि यह साजिश ट्रम्प प्रशासन के दौरान ईरानी सैन्य नेता कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के ईरान के प्रयासों का हिस्सा थी. जिन तीन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं वे ईरान के फरहाद शकेरी, ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क के कार्लिस्ले रिवेरा और स्टेटन द्वीप, न्यूयॉर्क के जोनाथन लोडहोल्ट हैं. जब कासिम सुलेमानी की हत्या की गई थी तो ट्रम्प ने ये भी दावा किया था कि कासिम की आतंकी साजिशें दिल्ली से लेकर लंदन तक फैली थी.

आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शकेरी ने ईरानी अधिकारी से कहा कि इसमें बहुत अधिक धनराशि खर्च होगी. इसमें आगे कहा गया कि 7 अक्टूबर के आसपास ईरानी अधिकारी ने शकेरी को ट्रम्प को मारने के लिए सात दिनों के भीतर एक प्लानिंग का काम सौंपा था, जैसा कि उसने कानून प्रवर्तन अधिकारियों को रिकॉर्ड किए गए इंटरव्यू में बताया था.

निशाने पर थे दो यहूदी अमेरिकी

शकेरी को न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले दो यहूदी अमेरिकियों की निगरानी करने और उनकी हत्या करने और श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने का भी निर्देश दिया गया था. आरोप में ये भी कहा गया कि ईरानी अधिकारी ने शकेरी को चेतावनी दी कि अगर वह तय समय सीमा तक हत्या नहीं की जाती है तो IRGC अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के बाद तक ट्रम्प को मारने की अपनी योजना को रोक देगा क्योंकि अधिकारी ने आकलन किया कि ट्रम्प चुनाव हार जाएंगे और उसके बाद ट्रम्प की हत्या करना आसान होगा.

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