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Haven-1: अंतरिक्ष में 'स्‍वर्ग' बनाने की तैयारी! लॉन्‍च को तैयार हो रहा दुनिया का पहला कमर्शियल स्‍पेस स्‍टेशन

मानवता अंतरिक्ष अनुसंधान के नए युग में प्रवेश करने जा रही है. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) 2030 तक डी-ऑर्बिट किया जाएगा और उसकी जगह निजी कंपनियां वाणिज्यिक स्पेस स्टेशन बनाएंगी. कैलिफोर्निया की कंपनी Vast ने SpaceX के साथ मिलकर दुनिया का पहला कमर्शियल स्पेस स्टेशन Haven-1 मई 2026 में लॉन्च करने की योजना बनाई है. यह स्टेशन वैज्ञानिक शोध, माइक्रोग्रैविटी मैन्युफैक्चरिंग और अंतरिक्ष में निजी व सरकारी मिशनों के लिए बड़ा अवसर खोलेगा. यह अंतरिक्ष में “स्पेस इकोनॉमी” की नींव रखेगा.

Haven-1: अंतरिक्ष में स्‍वर्ग बनाने की तैयारी! लॉन्‍च को तैयार हो रहा दुनिया का पहला कमर्शियल स्‍पेस स्‍टेशन
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( Image Source:  Sora AI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 26 Sept 2025 9:55 AM

इंसानी इतिहास का एक और बड़ा कदम अंतरिक्ष में रखा जाने वाला है. दशकों तक अंतरिक्ष में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) हमारी वैज्ञानिक खोजों, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और तकनीकी क्षमता का प्रतीक रहा. लेकिन अब यह युग धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है. नासा ने स्पष्ट कर दिया है कि 2030 तक ISS को डी-ऑर्बिट कर दिया जाएगा. इसकी जगह निजी कंपनियां अब वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशनों के नए युग की शुरुआत करने जा रही हैं.

इस बारे में सबसे पहले CNN ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें विस्तार से बताया गया कि किस तरह अमेरिकी एजेंसी NASA निजी कंपनियों के साथ मिलकर भविष्य का अंतरिक्ष आवास तैयार कर रही है. अब अगला बड़ा नाम सामने आया है - कैलिफोर्निया स्थित कंपनी Vast, जिसने स्पेसएक्स (SpaceX) के साथ मिलकर दुनिया का पहला वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करने की तैयारी शुरू कर दी है.

ISS से नए युग की ओर

ISS को लॉन्च हुए लगभग 25 साल हो चुके हैं. इस दौरान यह स्टेशन 26 देशों के करीब 300 अंतरिक्ष यात्रियों की मेज़बानी कर चुका है. यह आधुनिक विज्ञान की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है. लेकिन इसकी उम्र अब पूरी हो रही है. 15 साल की निर्धारित लाइफस्पैन को पार करते हुए ISS अब 2030 तक सक्रिय रहेगा. उसके बाद इसे धीरे-धीरे खत्म कर दिया जाएगा.

नासा अब निजी कंपनियों को मौका देना चाहता है कि वे वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन तैयार करें. इसके लिए एक प्रतियोगिता रखी गई है, जिसमें सबसे बेहतर डिज़ाइन और मिशन को चुना जाएगा. शुरुआती स्तर पर 30 दिन का मानवयुक्त मिशन तय किया गया है. आगे चलकर नासा खुद स्टेशन का संचालन नहीं करेगा बल्कि 'स्टेशन सर्विसेज' खरीदेगा. इसका मतलब यह हुआ कि भविष्य में निजी कंपनियां स्टेशन चलाएंगी और नासा उनके ग्राहक के रूप में अंतरिक्ष सेवाएं खरीदेगा.

Vast और SpaceX का ‘Haven-1’

निजी कंपनियों की इस दौड़ में सबसे आगे है Vast, जिसने SpaceX के साथ मिलकर Haven-1 नामक स्टेशन लॉन्च करने की घोषणा की है. इसे मई 2026 में Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए लॉन्च किया जाएगा. यह एक सिंगल-मॉड्यूल स्टेशन होगा, जो तीन साल तक कक्षा में काम करेगा. हर साल इसमें चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ दो हफ्ते लंबे चार मिशन चलाए जाएंगे. इसकी खासियत यह है कि इसे पूरी तरह “ह्यूमन-सेंट्रिक डिज़ाइन” पर तैयार किया जा रहा है. इसमें एक विज्ञान प्रयोगशाला भी होगी, जो माइक्रोग्रैविटी में सेमीकंडक्टर, फार्मास्यूटिकल और बायोटेक्नोलॉजी से जुड़ी रिसर्च को बढ़ावा देगी.

CEO का विज़न: “हम रेस में हैं”

Vast के CEO मैक्स हॉट ने कहा, “हमारा नंबर वन लक्ष्य एक वास्तविक स्पेस स्टेशन कंपनी बनना है. ऐसा स्टेशन जो अंतरिक्ष में काम कर रहा हो, जिसमें इंसान मिशन पूरा करके सुरक्षित लौटे. यही असली रेस है जिसमें हम हैं.” हॉट ने साफ किया कि Haven-1 कोई स्पेस होटल नहीं है. इसका मकसद है वैज्ञानिक अनुसंधान और वास्तविक प्रयोग. लेकिन डिज़ाइन में इंसानों की आराम और मानसिक स्वास्थ्य पर भी जोर दिया गया है.

Haven-1 की डिजाइन और सुविधाएं

  • आकार - 4.4 मीटर डायमीटर और 45 क्यूबिक मीटर वॉल्यूम (ISS के वॉल्यूम का करीब 1/8 हिस्सा)
  • खिड़की - 1.2 मीटर की डोम विंडो जिससे अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी और ब्रह्मांड को साफ देख सकेंगे
  • सुविधाएं - निजी स्लीपिंग स्पेस, कम्यूनल टेबल और हाई-स्पीड इंटरनेट (Starlink)
  • लॉन्च - SpaceX Falcon 9 से मई 2026 में
  • क्रू - चार लोगों की टीम, जो Crew Dragon से Haven-1 तक जाएगी

रिसर्च और कॉमर्शियल अपॉर्चुनिटीज़

Vast ने Haven-1 को निजी और सरकारी दोनों मिशनों के लिए उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. खासकर उन देशों के लिए जो पहली बार अपने अंतरिक्ष यात्री भेजना चाहते हैं. इसके अलावा निजी शोधकर्ता और कॉरपोरेट कंपनियां भी स्टेशन पर जगह खरीद सकेंगी. फ्लोरिडा की कंपनी Redwire Space ने कहा है कि वह Haven-1 पर स्टेम सेल रिसर्च, कैंसर डिटेक्शन और फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग को आगे बढ़ाएगी.

बढ़ता हुआ कॉम्पटीशन

Haven-1 अकेला नहीं है. कई अन्य कंपनियां भी निजी अंतरिक्ष स्टेशन की रेस में हैं.

  • Starlab - Airbus और Northrop Grumman का जॉइंट वेंचर
  • Blue Origin - जेफ बेज़ोस की कंपनी, जो बड़े पैमाने पर स्टेशन बनाने की तैयारी कर रही है
  • Axiom Space - जिसने 2022 में पहला ऑल-प्राइवेट ISS मिशन संचालित किया था

स्पेस रिसर्चर्स का मानना है कि शुरुआत छोटे स्टेशन से करना समझदारी है, क्योंकि इससे जटिलता कम रहती है और लागत भी नियंत्रित रहती है. लेकिन लंबे समय में इन स्टेशनों को “स्पेस विलेज” की तरह विकसित करना होगा.

लागत और चुनौतियां

MIT के प्रोफेसर ओलिवियर डी वेक ने चेतावनी दी है कि स्पेस स्टेशन चलाना बेहद महंगा काम है.

  • ISS की लागत: 12 मिलियन डॉलर प्रति दिन
  • भविष्य का वाणिज्यिक स्टेशन: 2.7 से 5.5 मिलियन डॉलर प्रति दिन में टिकाऊ हो सकता है

Vast ने Haven-1 के ऑपरेटिंग कॉस्ट का खुलासा नहीं किया है, लेकिन CEO ने कहा है कि लॉन्च तक कंपनी करीब 1 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी. इसका बड़ा हिस्सा संस्थापक जेड मैकेलेब (क्रिप्टोकरेंसी उद्योग से जुड़े अरबपति) से आया है.

एक नए युग की शुरुआत

ISS के बाद इंसान का सपना है - अंतरिक्ष में स्थायी वाणिज्यिक बस्तियां बसाना. Haven-1 इसी सपने की पहली ईंट है. मई 2026 का लॉन्च सिर्फ एक वैज्ञानिक घटना नहीं होगी, बल्कि यह इस बात का प्रतीक होगा कि आने वाले दशक में अंतरिक्ष केवल सरकारों का क्षेत्र नहीं रहेगा, बल्कि निजी कंपनियां भी वहां अपनी 'स्पेस इकोनॉमी' खड़ी करेंगी. स्पेस रिसर्च से लेकर फार्मा इंडस्ट्री तक, Haven-1 दुनिया को दिखाएगा कि अंतरिक्ष अब विज्ञान और व्यवसाय दोनों के लिए खुला है. और शायद यही भविष्य में हमें मंगल और चांद पर शहर बसाने के एक कदम और करीब ले जाएगा.

नासा
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