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20 साल के शख्‍स ने बना डाला खुद का देश! 400 नागरिकों के साथ घोषित की स्वतंत्र राष्ट्र ‘वर्डिस’; क्‍या होते हैं माइक्रोनेशन?

ऑस्ट्रेलिया के 20 वर्षीय डैनियल जैक्सन ने क्रोएशिया और सर्बिया के बीच की 125 एकड़ की विवादित भूमि पर 'फ्री रिपब्लिक ऑफ वर्डिस' नामक एक स्वतंत्र देश की घोषणा की है, जिसमें 400 नागरिक हैं. यह देश माइक्रोनेशन की श्रेणी में आता है, जिसे किसी भी आधिकारिक संस्था से मान्यता नहीं है. जैक्सन अब निर्वासन में ‘सरकार’ चला रहे हैं और मान्यता पाने के प्रयास में जुटे हैं.

20 साल के शख्‍स ने बना डाला खुद का देश! 400 नागरिकों के साथ घोषित की स्वतंत्र राष्ट्र ‘वर्डिस’; क्‍या होते हैं माइक्रोनेशन?
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( Image Source:  X/@detake )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 6 Aug 2025 9:31 AM

हर किसी ने कभी न कभी एक देश चलाने का सपना देखा होगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के 20 वर्षीय डैनियल जैक्सन ने इसे हकीकत में बदल दिया है. उन्होंने ‘फ्री रिपब्लिक ऑफ वर्डिस’ नामक एक नए देश की घोषणा की है, जिसकी सीमाएं 125 एकड़ के विवादित जंगल क्षेत्र में फैली हैं. यह इलाका डेन्यूब नदी के किनारे, क्रोएशिया और सर्बिया की सीमा के बीच स्थित है और यह एक ऐसा भूखंड है जिसे दोनों देश अपना नहीं मानते.

डैनियल जैक्सन ने 14 साल की उम्र में इस विचार की कल्पना की थी, लेकिन 18 की उम्र में उन्होंने इस आइडिया को साकार करना शुरू किया. वे पेशे से डिजिटल डिज़ाइनर हैं और Roblox पर वर्चुअल वर्ल्ड डिजाइन करते हैं. उनके अनुसार, “यह शुरुआत में सिर्फ एक मज़ाकिया प्रयोग था, लेकिन फिर हमने इसे असली राष्ट्र में बदलने का फैसला किया.”

125 एकड़ में फैला 'वर्डिस' – एक माइक्रोनेशन

वर्डिस उस क्षेत्र में स्थित है जिसे 'पॉकेट थ्री' कहा जाता है. यह भूखंड क्रोएशिया और सर्बिया के बीच लंबे समय से जारी सीमा विवाद के कारण ‘नो मेन्स लैंड’ बना हुआ था. जैक्सन ने इसी मौके का फायदा उठाते हुए 30 मई 2019 को वर्डिस की स्वतंत्रता की घोषणा कर दी. उन्होंने न केवल झंडा, कानून और मुद्रा बनाई, बल्कि एक मंत्रिमंडल और संविधान भी तैयार किया. वर्डिस की आधिकारिक भाषाएं अंग्रेज़ी, क्रोएशियाई और सर्बियाई हैं, और वहां यूरो को मुद्रा के रूप में स्वीकार किया गया है.

क्‍या होते हैं माइक्रोनेशन?

Micronation (माइक्रोनेशन) एक ऐसा स्वघोषित 'देश' या राष्ट्र होता है, जो खुद को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश घोषित करता है, लेकिन उसे दुनिया के किसी भी आधिकारिक देश या अंतरराष्ट्रीय संस्था (जैसे कि संयुक्त राष्ट्र) द्वारा मान्यता नहीं दी जाती. उदाहरण के लिए कुछ लोग अपने घर, खेत, या निजी जमीन पर 'माइक्रोनेशन' बनाते हैं और खुद को उसका राजा, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति घोषित कर देते हैं. ये प्रतीकात्मक या शौकिया तौर पर बनाए जाते हैं, लेकिन कानूनी रूप से किसी देश द्वारा स्वीकार नहीं होते.

दुनिया में कुछ मशहूर माइक्रोनेशन

  • सेलैंड (Sealand) – इंग्लैंड के पास समुद्र में एक पुराने प्लेटफॉर्म पर बना हुआ
  • लैडोनिया (Ladonia) – स्वीडन में एक कलाकार द्वारा स्थापित
  • मोलोसिया (Molossia) – अमेरिका के नेवाडा राज्य में स्थित, इसका खुद का झंडा और करेंसी भी है

कैसे पहुंचा जाता है वर्डिस?

वर्डिस तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता क्रोएशिया के ओसिजेक शहर से नाव द्वारा है. हालांकि, यह उतना आसान नहीं है जितना सुनने में लगता है. अक्टूबर 2023 में, जब जैक्सन अपने कुछ नागरिकों के साथ वर्डिस में बसने की कोशिश कर रहे थे, तब क्रोएशियाई पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर वापस भेज दिया और जैक्सन को क्रोएशिया में आजीवन प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया. जैक्सन का आरोप है कि “हमें कोई ठोस कारण बताए बिना निर्वासित किया गया. पुलिस का कहना था कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं.”

सरकार निर्वासन में, फिर भी जारी है प्रयास

फिलहाल जैक्सन बेलग्रेड (सर्बिया) में रहकर 'गवर्नमेंट इन एग्ज़ाइल' चला रहे हैं. उनका दावा है कि सर्बियाई अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार हैं और वर्डिस को लेकर ज्यादा सहानुभूतिपूर्ण रवैया रखते हैं. वहीं, उन्होंने क्रोएशिया पर वर्डिस की सीमा पर निगरानी कैमरे लगाने और सर्बिया की ओर से पहुंच रोकने का आरोप भी लगाया है. जैक्सन कहते हैं, “हम क्रोएशिया के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा आक्रामक रवैया अपनाया है.”

400 नागरिकों का अपना छोटा देश

आज वर्डिस के पास लगभग 400 नागरिक हैं. इनमें से अधिकांश ऑनलाइन तरीके से शामिल हुए हैं. प्रत्येक नागरिक को पासपोर्ट दिया जाता है, हालांकि जैक्सन स्पष्ट करते हैं कि यह अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए मान्य नहीं है. फिर भी, कुछ नागरिकों ने इस पासपोर्ट से दूसरे देशों में प्रवेश का प्रयास किया है.

वर्डिस उन लोगों को ही नागरिकता देता है जिनके पास विशेष कौशल हो - जैसे डॉक्टर, इंजीनियर या सुरक्षा बलों में अनुभव. जैक्सन का कहना है कि सीमित संसाधनों वाले देश को ऐसे ही लोगों की ज़रूरत है.

सत्ता नहीं, एक सपना है उद्देश्य

डैनियल जैक्सन का कहना है कि उन्हें सत्ता की चाह नहीं है. यदि वर्डिस को कभी मान्यता मिलती है और वे ज़मीन पर अधिकार कर पाते हैं, तो वे स्वयं राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे और चुनाव करवाएंगे. “यह केवल एक विचार को असलियत में बदलने का सपना है, कोई सत्ता की भूख नहीं,” वे कहते हैं.

कानूनी मान्यता और चुनौतियां

अब तक वर्डिस को किसी भी देश की आधिकारिक मान्यता नहीं मिली है. यह संयुक्त राष्ट्र या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन का सदस्य नहीं है. जैक्सन मानते हैं कि कानूनी मान्यता एक लंबा रास्ता है, लेकिन अगर किसी ज़मीन पर कोई दावा नहीं करता, तो वहां एक नया राष्ट्र बनाना असंभव भी नहीं.

भविष्य की संभावनाएं

जैक्सन और उनके समर्थकों को उम्मीद है कि वे एक दिन उस जमीन पर लौटेंगे जिसे वे अपना देश मानते हैं. हालांकि रास्ता मुश्किलों से भरा है जिसमें राजनीतिक, कानूनी और प्रशासनिक बाधाएं शामिल हैं. लेकिन वर्डिस के नागरिक और राष्ट्रपति डैनियल जैक्सन इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए अडिग हैं.

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