August 17, 2025
राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित 14वीं शताब्दी की नरहड़ दरगाह पर जन्माष्टमी का उत्सव हिंदू-मुस्लिम मेल-जोल का प्रतीक बन चुका है.
इस साल भारतीय धार्मिक पर्व तीन दिनों तक मनाया गया, जिसमें भजन, कीर्तन, कव्वाली और नाट्य प्रस्तुतियां शामिल रहीं .
दरगाह के मैदान में हिंदू श्रद्धालुओं ने जय कन्हैया लाल की… का जयघोष किया, जबकि मुस्लिम समुदाय ने फूलों के साथ उनका स्वागत किया.
जन्माष्टमी की परंपरा शुरू करने वाला वही हिंदू परिवार था जिसने दशकों से ये समारोह यहां शुरू किया था.
मान्यता है कि इस दरगाह पर आने वाले वैवाहिक दंपती शीघ्र ही अपना संतान सुख प्राप्त कर लेते हैं.
अगर किसी परिवार की गाय या भैंस बच्चे को जन्म देती है, तो वे दही लाकर दरगाह पर चढ़ाते हैं, यह आस्था का हिस्सा है..
दरगाह में जन्माष्टमी का उत्सव हिंदू-मुस्लिम एकता दिवस का प्रतीक है.