June 12, 2025
राजस्थान के अलवर जिले की पायल यादव हजारों बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई है. उसने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिससे पूरा देश पायल पर गर्व कर रहा है.
पायल यादव के दोनों हाथ नहीं है और उसने हार नहीं मानी. उसने पैरों से 10वीं बोर्ड के एग्जाम दिए और 100 फीसदी (600/600) नंबर हासिल किए हैं.
पायल ने हाथों के बिना अपने पैरों से लिखना शुरू किया और धीरे-धीरे उसने इस कला को सीख लिया.
पायल के पिता, धर्मवीर यादव, और परिवार के अन्य सदस्य हमेशा उनके साथ खड़े रहे और उन्हें मोटिवेट किया.
पायल के स्कूल के शिक्षक उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना करते हैं.
पायल की कहानी दिव्यांग बच्चों के लिए एक प्रेरणा है, जो यह दर्शाती है कि कठिनाइयां केवल मानसिक बाधाएं हैं, शारीरिक नहीं.
पायल IAS बनने की तैयारी कर रही हैं, जिससे समाज में बदलाव ला सकें.