September 21, 2025
ब्लड कैंसर, जिसे हेमाटोलॉजिकल कैंसर भी कहते हैं, शरीर की ब्लड सेल्स या बोन मैरो को प्रभावित करता है. इसमें शरीर में अब्नॉर्मल व्हाइट ब्लड सेल्स बनने लगते हैं, जो नॉर्मल सेल्स की जगह ले लेती हैं और इम्यून सिस्टम को कमजोर करती हैं.
ली्यूकेमिया- असामान्य सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण. दूसरा लिम्फोमा- लिम्फ नोड्स और लिम्फेटिक सिस्टम को प्रभावित करता है. तीसरा मायलोमा, जिसमें बोन मैरो में प्लाज्मा सेल्स का असामान्य विकास.
कैंसर के सामान्य लक्षण में बार-बार संक्रमण होना, ज्यादा थकान और कमजोरी, अचानक वजन घटना, बार-बार ब्रोस या नाक से खून आना और लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल है.
ब्लड कैंसर के कारण पूरी तरह क्लियर नहीं हैं, लेकिन जेनेटिक इन्हेरिटेंस, रेडिएशन या कीमोथेरपी का पास्ट में यूज, हार्मफुल केमिकल्स के कॉन्टैक्ट में आना शामिल है.
ब्लड कैंसर का पता लगाने के लिए कई टेस्ट किए जाते हैं. ब्लड टेस्ट और बोन मैरो बायोप्सी, इमेजिंग टेस्ट जैसे CT और MRI और जीन और मॉलिक्यूलर टेस्टिंग.
कैंसर से बचने के लिए बैलेंस डाइट और रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी है. इसके अलावा, वैक्सीनेशन लें. साथ ही, मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें.
ब्लड कैंसर की शुरुआती पहचान मरीज की जिंदगी बचा सकती है. नियमित ब्लड टेस्ट और लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.