पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रक्रिया को हिलाकर रख देने वाला बड़ा खुलासा सामने आया है. SIR (Special Intensive Revision) अभियान के दौरान राज्य के 2,208 मतदान बूथों को Flag Booth घोषित किया गया है. इन बूथों में चुनाव आयोग को एक भी मृत, डुप्लीकेट, विस्थापित या गायब मतदाता नहीं मिला, जो कि भारत जैसे विशाल और जटिल मतदाता आधार वाले देश में लगभग असंभव माना जाता है. 0% त्रुटि वाले इन बूथों पर गंभीर संदेह जताते हुए चुनाव आयोग ने तुरंत जांच के आदेश दे दिए हैं. यह मामला बंगाल की चुनावी विश्वसनीयता, मतदाता सूची की पारदर्शिता और संभावित अनियमितताओं पर गहरे सवाल उठाता है.