नई दिल्ली के चांदनी चौक स्थित लाल किला के पास सोमवार शाम एक भीषण धमाका हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. धमाके की आवाज़ इतनी तेज थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और इलाके में अफरातफरी मच गई. हालांकि धमाके की वजह को लेकर विरोधाभासी रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं. कुछ स्थानीय सूत्रों का दावा है कि यह CNG सिलेंडर ब्लास्ट था, जबकि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पूर्व इंस्पेक्टर सुरेंद्र सांड, जिन्होंने 22 दिसंबर 2000 के लाल किला आतंकी हमले (जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा शामिल थे) की जांच की थी, ने इस थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, “CNG सिलेंडर ब्लास्ट की थ्योरी तकनीकी रूप से मेल नहीं खाती. धमाके की तीव्रता और नुकसान का पैटर्न किसी साधारण गैस विस्फोट जैसा नहीं लगता. इसकी जांच आतंकी हमले की दिशा में भी होनी चाहिए,” धमाके के बाद दिल्ली पुलिस, NSG और NIA की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और इलाके की घेराबंदी कर फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इसी बीच, स्टेट मिरर हिंदी के संपादक संजीव चौहान ने पूर्व इंस्पेक्टर सुरेंद्र सांड से इस पूरे मामले पर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया है, जिसमें उन्होंने जांच के शुरुआती एंगल और संभावित आतंकी कनेक्शन पर अपनी राय साझा की.