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'किसी कुत्ते की तरह बाइडेन को बाहर...', ट्रंप और कमला हैरिस में तीखी बहस

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रमुख उम्मीदवारों डेमोक्रेटिक पार्टी की उपाध्यक्ष कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक तीव्र 90 मिनट की डिबेट हुई.

किसी कुत्ते की तरह बाइडेन को बाहर..., ट्रंप और कमला हैरिस में तीखी बहस
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ट्रंप और कमला हैरिस
सागर द्विवेदी
सागर द्विवेदी

Updated on: 17 Oct 2024 1:35 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रमुख उम्मीदवारों डेमोक्रेटिक पार्टी की उपाध्यक्ष कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक तीव्र 90 मिनट की डिबेट हुई. इस डिबेट में दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था, टैक्स कट्स, अप्रवासन, गर्भपात, कानून व्यवस्था, चीन, रूस-यूक्रेन संघर्ष, हाउसिंग, जॉब्स, और विदेश नीति समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस की. डिबेट की शुरुआत में दोनों ने हाथ मिलाया.

डोनाल्ड ट्रंप ने किया दावा

इस डिबेट के दौरान, डोनाल्ड ट्रंप ने यह दावा किया कि यदि वह अभी भी व्हाइट हाउस में होते तो गाजा में हमास के साथ इजरायल का चल रहा संघर्ष नहीं होता. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कमला हैरिस इस साल राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं, तो इजरायल एक राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में नहीं रहेगा और उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हैरिस यहूदी राज्य से नफरत करती हैं.

कमला हैरिस ने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट के तीन सदस्यों को ऐसे चुना ताकि वे 'रो बनाम वेड' के फैसले को पलट सकें. उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान 20 से अधिक राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगाया गया है.



कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप की तीखी बहस

ट्रंप ने हैरिस पर यह भी आरोप लगाया कि यदि वह राष्ट्रपति बनती हैं, तो वे मार्क्सवादी विचारधारा को लागू करेंगी. उन्होंने कहा, 'हैरिस एक मार्क्सवादी हैं, और उनके पिता मार्क्सवादी अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं, जिन्होंने उन्हें अच्छे से पढ़ाया है'.

इसके अलावा, ट्रंप ने चीन और अन्य देशों के साथ व्यापार पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका की सैकड़ों अरब डॉलर की धनराशि चीन और अन्य देशों से वापस ला चुके हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि हैरिस के प्रशासन में टैरिफ बनाए गए हैं, जो कि उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिकी नागरिकों के लिए वित्तीय बोझ बढ़ा रहे हैं.

ट्रंप ने अंत में कहा कि उनके पास 'कोई बिक्री कर नहीं है' और उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ अन्य देशों से अमेरिका को पर्याप्त धन प्रदान करेंगे. उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि वर्तमान प्रशासन देश को नष्ट कर रहा है. इस डिबेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की गर्मी और बढ़ा दी है और दोनों उम्मीदवारों के बीच गहरी बहस को दर्शाया है.

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