देहरादून की सड़कों पर नहीं दिखेंगे 'विक्रम', अब सरकार कर रही ये तैयारी
देहरादून की सड़कों में चल रहे विक्रम ऑटो को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. इन्हें हटाने को लेकर फैसला किया गया है. इन वाहनों की जगह सीएनजी या फिर B-6 मैजिक पेट्रोल वाहन चलाने का फैसला लिया गया है. इसके लिए चालकों को इन वाहनों की खरीदारी के लिए प्रोतसाहित किया जा रहा है. साथ ही 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है.

देहरादून की सड़कों पर चलने वाले विक्रम को लेकर RTA ने बड़ा फैसला लिया है. जल्द ही आपको यह दहरादून की सड़कों पर दौड़ते नहीं दिखाई देने वाले हैं. मिली जानकारी के अनुसार इनकी जगह CNG या फिर BS-6 पेट्रोल मैजिक चलाने का फैसला लिया गया. जो भी व्यक्ति सीएनजी या फिर BS पेट्रोल मैजिक खरीदेगा उसे 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है.
इसके साथ-साथ वाहन की क्षमता समेत ड्राइवर समेत 9 अधिक होने पर स्टेज कैरिज परमिट भी दिया जाएगा. चालक को इस दौरान किसी भी रूट पर वाहन चलाने का परमिट मिल सकता है. इतना ही नहीं जिस तरह सिटी बसों को रोड टैक्स में छूट दी जाती है. ठीक उसी तरह ऐसे वाहनों को भी छूट दी जाएगी.
अचानक लिया गया फैसला?
यह फैसला अचानक नहीं लिया गया है. इससे पहले भी कई बार विक्रम को हटाने का निर्णय लिया जा चुका है. इसके पीछे का मकसद भी साफ है. इन वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ऐसा फैसला लिया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को एक बैठक भी हुई. इस बैठक में आरटीए के अध्यक्ष विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया. विक्रम वाहन हटाने के अपील तो की जा रही है. लेकिन इसके साथ-साथ संचालकों को मैजिक वाहन खरीदारी के लिए प्रोतसाहित किया जा रहा है.
अब तक इतने विक्रम वाहनों को हटाया गया
क्योंकी यह मामला काफी समय से चलता आ रहा है. अब तक कई बार इन्हें हटाने का आदेश दिया जा चुका है. ऐसा हुआ भी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक 400 विक्रम वाहनों को सड़कों से हटाया जा चुका है. लेकिन अभी भी 478 वाहन मौजूद हैं. जिन्हें हटाने की तैयारी की जा रही है. चालको से इन नए वाहनों को खरीदने की भी अपील की जा रही है. RTA का कहना है कि चालक इस सब्सिडी योजना का लाभ उठाने के लिए पांच महीने के अंदर-अदंर अप्लाई कर सकते हैं. इस समय के बाद अगर कोई चालक अप्लाई करते हैं, तो उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जाएगा.