यहां से प्रेमानंद महराज जी निकालते हैं... वृंदावन में बवाल! बागेश्वर धाम वाले बयान के बाद हिंदूवादी नेताओं ने बंद कराईं शराब की दुकानें
वृंदावन का माहौल शनिवार शाम अचानक गरमा गया, जब हिंदूवादी नेता दक्ष चौधरी और उनके समर्थकों ने इलाके की कई शराब की दुकानों को जबरन बंद करा दिया. यह पूरा घटनाक्रम उस वक्त शुरू हुआ जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुले मंच से वृंदावन में शराब की बिक्री पर सख्त नाराजगी जताई. उनका बयान आते ही गाजियाबाद और दिल्ली से पहुंचे युवाओं के समूह ने दुकानों के शटर गिरवा दिए.
उत्तर प्रदेश के वृंदावन का माहौल शनिवार शाम अचानक गरमा गया, जब हिंदूवादी नेता दक्ष चौधरी और उनके समर्थकों ने इलाके की कई शराब की दुकानों को जबरन बंद करा दिया. यह पूरा घटनाक्रम उस वक्त शुरू हुआ जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुले मंच से वृंदावन में शराब की बिक्री पर सख्त नाराजगी जताई. उनका बयान आते ही गाजियाबाद और दिल्ली से पहुंचे युवाओं के समूह ने दुकानों के शटर गिरवा दिए. इसकी तस्वीरें और वीडियो रातोंरात सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने लगे.
यह घटना ‘सनातन एकता पदयात्रा’ के समापन के तुरंत बाद हुई. इस पदयात्रा की शुरुआत 7 नवंबर को दिल्ली से हुई थी और 16 नवंबर को वृंदावन में भव्य आयोजन के साथ इसका समापन किया गया. समापन कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने जब यह कहा कि “वृंदावन में शराब और कबाब की दुकानें किसी भी कीमत पर नहीं चलनी चाहिए,” तो समर्थक उग्र हो उठे और शहर में दुकानें बंद कराने निकल पड़े.
'या तो ये दुकानें बंद हों या इन पर कार्रवाई हो'- शास्त्री के बयान के बाद मचा हड़कंप
समापन सभा में बोलते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पवित्र नगरी वृंदावन में शराब-कबाब की दुकानें ‘अशोभनीय’ हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इन पर प्रशासन को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उनके शब्द खत्म होते ही इलाके में मौजूद हिंदूवादी नेता और दर्जनों युवा सक्रिय हो गए और सीधे दुकानें बंद कराने के मिशन पर निकल पड़े. दक्ष चौधरी ने समर्थकों के साथ कई दुकानों के शटर गिरवाए. वायरल वीडियो में समर्थक दुकानों के बाहर नारे लगाते और दुकानदारों को ताला लगाने के निर्देश देते नजर आए.
सभा में धीरेंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन में पूर्व सरकारों पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने 7 नवंबर 1966 की घटना का जिक्र किया, जब करपात्री महाराज की गौ हत्या विरोधी यात्रा पर गोली चलाई गई थी. इसे उन्होंने 1990 के अयोध्या गोलीकांड से जोड़ते हुए कांग्रेस सरकार पर हमला बोला.शास्त्री ने कहा कि वो सरकार थी, जो साधुओं पर गोली चलवाती थी… और एक आज की सरकार है, जिसने यात्रा को 6,000 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा दी." उन्होंने यह भी दावा किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फोन करके उनका उत्साह बढ़ाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी इस यात्रा पर नजर बनी रही.
'हिंदू राष्ट्र बनेगा तो सुरक्षित रहेंगी बेटियां और मठ-मंदिर'
कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र के फायदे भी गिनाए. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो साधु-संत, मठ-मंदिर और हमारी बेटियां सुरक्षित रहेंगी. उन्होंने सभी हिंदुओं से जाति-धर्म के विभाजन को खत्म कर एकता बनाने की अपील की. शास्त्री बोले कि हम किसी मुस्लिम या ईसाई के विरोधी नहीं हैं. बस कुछ लोग तिरंगे पर चांद देखना चाहते हैं, और हम चांद पर तिरंगा देखना चाहते हैं. उन्होंने धर्मांतरण वाले इलाकों में भी भविष्य में यात्रा निकालने का एलान किया.
वीडियो जारी कर क्या बोले यूजर्स?
Sachin Gupta नाम के एक यूजर ने लिखा कि, उत्तर प्रदेश के वृंदावन में हिंदूवादी नेता दक्ष चौधरी ने शराब की दुकानें बंद कराई , धीरेंद्र शास्त्री ने खुले मंच से वृंदावन में शराब बिक्री पर आपत्ति जताई थी. जिसके बाद कुछ लड़कों की टीम गाजियाबाद/दिल्ली से वृंदावन गई और शराब दुकानों के शटर गिरा दिए, Nehra Ji नाम के एक यूजर ने लिखा कि वृंदावन के परिक्रमा मार्ग मे शराब की दुकान, राधा -कृष्ण की धर्मिक नगरी मे, शराब की दुकान का होना हिन्दुओ के लिए शर्म का विषय है. धन्यवाद दक्ष चोंधरी भाई जो आपने इस ठेके को बंद करवाया. Ocean Jain नाम के एक यूजर ने लिखा कि, भाई दक्ष चौधरी ने मथुरा में विरोध प्रदर्शन किया और पवित्र स्थलों के पास शराब की दुकानें बंद कर दीं. यह वही इलाका है जहाँ प्रेमानंद जी महाराज नियमित रूप से सुबह की पूजा के लिए जाते हैं. नशे के खिलाफ मजबूती से खड़े होने के लिए इन बहादुर आत्माओं को सलाम.





