मरने से पहले ये थे निक्की के आखिरी शब्द! डॉक्टर और नर्स ने बताया किसने की Nikki की हत्या, पढ़ें Top Updates
ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव की निक्की हत्याकांड में नए खुलासे हो रहे हैं. मरने से पहले निक्की ने अस्पताल में डॉक्टर को बताया था कि वह "घर में सिलेंडर फटने से झुलसी", जबकि परिवार और पड़ोसियों का आरोप है कि उसके पति और ससुरालवालों ने उसे जिंदा जला दिया. पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर और नर्स के बयान दर्ज किए हैं, जो इस केस में अहम सबूत बन सकते हैं.
दिल्ली से सटे इलाके ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में विवाहिता निक्की भाटी की मौत के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे है तो वहीं लगातार सोशल मीडिया पर नए-नए दावे किए जा रहे हैं. वहीं बीते दिन खबर आई थी कि निक्की की बहन कंचन से पुलिस एक बार फिर पुछताछ करेगी तो वहीं अब मामला सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि नोएडा पुलिस ने फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर और नर्स का बयान किया दर्ज किया है. जिनसे नए सवाल खड़े हो गए हैं. पुलिस की मुताबिक यह सामने आया है कि निक्की ने खुद डॉक्टर से कहा था कि 'घर में गैस सिलेंडर फटने से वह झुलसी है, लेकिन आखिर उसने सच क्यों छिपाया और झूठ क्यों बोला, यह अब सबसे बड़ा सवाल है.
पुलिस को आशंका है कि निक्की ने किसी दबाव या मजबूरी में ऐसा बयान दिया होगा. वहीं, दूसरी ओर पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि उसे उसके पति विपिन भाटी और ससुरालवालों ने जिंदा जला दिया. इस मामले में पुलिस जांच के साथ-साथ फॉरेंसिक रिपोर्ट और अदालत में डॉक्टर का बयान अहम भूमिका निभाएंगे.
अस्पताल में डॉक्टर और नर्स के सामने निक्की का बयान
पुलिस जांच में पता चला है कि निक्की को उसके ससुरालवाले सबसे पहले ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस अस्पताल लेकर पहुंचे थे. वहां मौजूद डॉक्टर और नर्स ने पुलिस को बताया कि निक्की ने खुद उनसे कहा था कि 'घर पर सिलेंडर फट गया था और उसी से वह गंभीर रूप से झुलस गई. इसी आधार पर अस्पताल ने पुलिस थाने को मेमो भेजा था.
सवालों के घेरे में निक्की का बयान
इस बयान ने मामले को और उलझा दिया है. लोगों का कहना है कि अगर निक्की को उसके पति और ससुरालवालों ने जलाया था, तो उसने डॉक्टर के सामने असलियत क्यों नहीं बताई? क्या वह डर के कारण ससुरालवालों का पक्ष ले रही थी या किसी दबाव में आकर उसने सच को छिपाया?
अदालत में डॉक्टर का बयान होगा अहम
पुलिस का कहना है कि विवेचना पूरी होने के बाद अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाएगी. इस दौरान डॉक्टर और नर्स का बयान बेहद अहम साबित हो सकता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि निक्की ने आखिर अस्पताल में सच क्यों नहीं बताया.
फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलेगा राज
फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से थिनर की बोतल, लाइटर और मृतका की चप्पल कब्जे में ली है. इनसे फिंगरप्रिंट लिए जा रहे हैं. जांच एजेंसियों का मानना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट से यह साफ हो सकता है कि निक्की की मौत सिलेंडर ब्लास्ट से हुई या उसे जिंदा जलाया गया.
महिला आयोग की सख्ती
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने जांच अधिकारी धर्मेंद्र शुक्ल से बात की और मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि “किसी भी तरह का दबाव जांच पर नहीं पड़ना चाहिए और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाए.'निकी की मौत के बाद उसका परिवार बदहवास है. मां कई बार बेहोश हो गईं, वहीं बहन कंचन, जिसने निक्की को जलते हुए देखा और वीडियो बनाया था, सदमे से गिर पड़ी. उसे भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.





