NIA का पंजाब में बड़ा एक्शन, 13 ठिकानों पर छापेमारी, खालिस्तान से जुड़ा है मामला
साल 2023 में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी समर्थक की भीड़ ने हमला किया था. साथ ही खालिस्टान नेता अमरजोत सिंह का पोस्टर लेकर नारे भी लगाए थे. इस संबंध में एनआईए पंजाब में 13 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस दौरान कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं.

Punjab News: पंजाब में एनआईए ने बड़ी कार्रवाई की है. साल 2023 में कनाडा में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी समर्थक भीड़ ने हिंसक हमला किया था. अब एनआईए इस संबंध में पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों के 13 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. सर्च ऑपरेशन के दौरान जांच एजेंसी को कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल इक्विपमेंट बरामद हुए हैं. जानकारी के अनुसार एनआईए टीम ने अमृतसर, गुरदासपुर, जालंधर, पटिलाया, शहीद भगत सिंह नगर, तरनतार और मोगा जिले में रेड मारी है.
एजेंसी का कहना है कि, जिन जगहों पर छापेमारी की गई है वो लोग आरोपी खालिस्तानी नेता अमरजोत और उसके सहयोगियों के समर्थक हैं. इससे पहले 5 सितंबर को एजेंसी ने अफगान मूल के यूके नागरिक इंद्रपाल सिंह गाबा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चार्जशीट फाइल की थी. गाबा पर 22 मार्च, 2023 को भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन में हिस्सा लेने का आरोप है.
छापेमारी में मिली आपत्तिजनक चीजें
एनआईए की टीम को पंजाब में छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं. एजेंसी मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पेन ड्राइव, आई-पैड, डीवीआर, हार्ड डिस्क/एसएसडी, मेमोरी समेत कई डिजिटल डिवाइस की जांच कर रही है. इसके अलावा संदिग्ध वित्तीय लेनदेन रिकॉर्ड और आपत्तिजनक जस्तावेजों की भी जांच की जा रही है. आपको बता दें कि अमरजोत सिंह का नाम आरसी-17/2023.NIA/DLI के केस में प्राथमिकी में दर्ज की थी. यह मामला पिछले साल 16 जून को आईपीसी, विस्फोट पर्दाथ अधिनियम और यूएपीए की अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज किया गया था.
लंदन में लगाए गए थे नारे
बीते साल मार्च में ब्रिटेन के अंदर भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थकों के बहुत बवाल किया था. प्रदर्शन के दौरान अमृतपाल सिंह के पोस्टरों के साथ खालिस्तान के समर्थकों ने नारे लगाए थे. घटना से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे. एक वीडियो में शख्स भारतीय तिरंगे को हटाने के लिए बिल्डिंग की दीवार पर चढ़ता दिखाई दिया. इसके बाद गृह मंत्रालय ने जांच एनआईए को सौंप दी थी.