पंजाब में गन्ने की MSP में होगी बढ़ोतरी, मुख्यमंत्री भगवंत मान का एलान
बुधवार (20 नवंबर) को पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने गन्ने के एमएसपी में इजाफा करने के संबंध में जानकारी दी. यह फैसला किसानों की लंबे समय से चल रही मांग को देखते हुए लिया गया है. इस फैसले से गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और आय में सुधार भी होगा.

Punjab News: पंजाब सरकार किसानों के हित के लिए लगातार बड़े-बड़े फैसले ले रही है. अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक और बड़ी घोषणा की है. मान सरकार गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार (20 नवंबर) को पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने गन्ने के एमएसपी में इजाफा करने के संबंध में जानकारी दी. यह फैसला किसानों की लंबे समय से चल रही मांग को देखते हुए लिया गया है. मंत्री चीमा भारतीय सहकारिता सप्ताह के राज्य स्तरीय समारोह में शामिल हुए. तभी उन्होंने यह घोषणा की.
मान सरकार का बड़ा फैसला
पंजाब सरकार ने बीते साल गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में 11 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी. अब वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि पंजाब सरकार गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में और वृद्धि करने पर विचार रही है. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी. इस फैसले से गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और आय में सुधार भी होगा.
शुगरफेड को मिली कर्ज से राहत
मंत्री ने बताया कि 2022 में सरकार बनने के समय शुगरफेड पर 400 करोड़ रुपये से अधिक का कर्जा था. लेकिन बीते दो साल में इस संस्था को देनदारियों से मुक्ति मिली है. 2024-25 में गन्ने का रकबा 2022-23 के 50,429 हेक्टेयर से बढ़कर 56,391 हेक्टेयर हो गया है. वहीं धान की पराली से भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 14 मेगावाट का सह-उत्पादन संयंत्र संचालित किया गया, जिससे 2023-24 में 15.31 करोड़ की आय हुई. चीमा ने कहा कि सहकारिता आंदोलन को मजबूती के लिए सरकार व विशेष रूप से वित्त विभाग द्वारा विभाग को पूरा सहयोग दिया जा रहा है.
धान की पैदावार में वृद्धि
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने धान की पैदावार से संबंधित जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस सीजन में राज्य में प्रति हेक्टेयर औसत धान की पैदावार में 1.4 क्विंटल की वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन 2024 के लिए कुल 2174 सीसीई आयोजित किए गए, जिनमें से 1863 सीसीई के परिणाम सामने आ गए हैं. प्रति हेक्टेयर फसल की उपज 6878 किलोग्राम है, जो खरीफ 2023 के मुताबिक 1.4 क्विंटल ज्यादा है. पिछले सीजन में ये 6740 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर था.