क्या थी वजह की 'धाकड़ नेता' ने हाईवे पर किया सेक्स का नंगा नाच, ब्लैकमेल, प्रमोशन या तबादला, महिला की मजबूरी क्या?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक कार में भाजपा के पूर्व नेता मनोहर लाल धाकड़ का महिला के साथ अश्लील स्थिति में वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में दोनों अर्धनग्न अवस्था में नजर आए. बताया जा रहा है कि महिला ने ब्लैकमेल, प्रमोशन और तबादले के दबाव में यह संबंध बनाए. घटना 13 मई की है और वायरल वीडियो के बाद भाजपा ने धाकड़ से पल्ला झाड़ लिया है. जांच जारी है.

Manohar lal Dhakad Viral Video: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने पूरे देश में सनसनी फैला दी. इस वीडियो में एक महिला और एक पुरुष नेता आपत्तिजनक अवस्था में नग्न महिला के साथ एक कार के अंदर से निकलता है और सेक्स करने लगा है.
जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होता है और वीडियो को लेकर भारी विवाद खड़ा हो जाता है. क्योंकि इसमें शामिल व्यक्ति भाजपा से कथित रूप से जुड़े मनोहर लाल धाकड़ बताए जा रहे हैं. हालांकि पार्टी ने खुद को इस व्यक्ति से अलग कर लिया है, लेकिन महिला को लेकर जो जानकारी सामने आ रही है, वो कहीं ज्यादा गंभीर और चिंताजनक है.
ब्लैकमेल, प्रमोशन और तबादले का दबाव
सूत्रों के मुताबिक, इस महिला ने खुद यह स्वीकार किया है कि वह एक सरकारी विभाग में कार्यरत है और काफी समय से धाकड़ के संपर्क में थी. महिला का दावा है कि धाकड़ ने उसके प्रमोशन, तबादले और करियर में मदद करने का वादा किया था. लेकिन समय के साथ ये वादे मानसिक और शारीरिक दबाव में बदल गए.
वहीं रिपोर्ट के हवाले से कहा जा रहा है कि महिला के अनुसार, धाकड़ ने उसे निजी तस्वीरों और वीडियो के जरिये ब्लैकमेल किया. हर बार जब वह मना करती, तो धाकड़ उसे धमकाते हुए कहता कि उसकी सरकारी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी और उसे बदनाम कर दिया जाएगा. महिला को प्रमोशन और बेहतर पोस्टिंग का झांसा देकर बार-बार मिलने के लिए मजबूर किया गया.
हाईवे क्यों चुना गया?
यह सवाल भी सबके मन में है कि आखिरकार सार्वजनिक जगह यानी एक्सप्रेसवे जैसी जगह क्यों चुनी गई? सूत्र बताते हैं कि महिला ने धाकड़ से कई बार निजी जगह पर मिलने से इनकार कर दिया था. धाकड़ ने फिर ऐसी जगह पर मिलने के लिए दबाव डाला जहां 'कोई रोक-टोक न हो' और CCTV जैसी चीज़ों का खतरा न हो. एक्सप्रेसवे उन्हें एक ऐसा स्थान लगा जहां वे जल्दी-से-जल्दी रुककर मिल सकते थे और किसी को शक भी नहीं होगा.
वीडियो लीक और राजनीतिक सफाई
13 मई को कथित वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया. भाजपा ने तुरंत यह कहते हुए सफाई दी कि मनोहर लाल धाकड़ का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं महिला की पहचान उजागर नहीं की गई, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो के ज़रिये उसे लेकर भी टिप्पणियां शुरू हो गई हैं.
जांच और कार्रवाई
महिला के बयान के बाद अब यह मामला केवल नैतिक नहीं, बल्कि आपराधिक श्रेणी में आता है. ब्लैकमेलिंग, यौन शोषण और पद का दुरुपयोग – इन तीनों बिंदुओं पर पुलिस जांच शुरू हो चुकी है. महिला की सुरक्षा और पहचान को सुरक्षित रखते हुए बयान दर्ज किए जा रहे हैं. यह पूरा मामला सत्ता, सेक्स और सिस्टम की सड़ी हुई हकीकत को उजागर करता है, जिसमें महिला की मर्ज़ी को कुचलते हुए उसे सरेआम शर्मिंदा किया गया और अब देश सवाल कर रहा है कि असली दोषी कौन है?