जबरन वसूली. हथियारों की तस्करी और युवाओं को जाल में फंसाना, रांची में लेडी डॉन रिया के काले कारनामों का रिपोर्ट कार्ड
Who Is Lady Don Rhea: रांची की रिया सिन्हा हथियारों की सप्लाई चेन में सक्रिय हिस्सा लिया था, व्यवसायियों से वसूली में सहायता की थी और गिरोह की वसूली और तस्करी में शामिल थी. पति के जेल जाने के बाद उसने गैंग को चलाया. इस गिरोह ने पाकिस्तान से हथियार मंगवाने, ड्रोन के जरिए सपोर्ट करने, फिर इन हथियारों का उपयोग वसूली के लिए करने का काम किया था.
Who Is Lady Don Rhea: झारखंड की राजधानी रांची में इन दिनों लेडी डॉन रिया का नाम हर जगह सुनने को मिल रहा है. अपराधिक घटनाओं में रिया की मौजूदगी देखने को मिलती है. उसे लोग महिला गैंगस्टर के नाम से जानते हैं. पुलिस उसके खिलाफ लंबे समय से जांच कर रही है.
inextlive की रिपोर्ट के मुताबिक, रिया के इतनी रंगदारी की है कि उससे करोड़ों कमाएं हैं. भारत से नेपाल तक उसकी प्रॉपर्टी है. जेल के अंदर के ही वह बाहर हालात बिगाड़ देती है. आज हम आपको गैंगस्टर रिया के बारे में बताएंगे.
कौन हैं रिया सिन्हा?
हाल ही में रिया सिन्हा का नाम रांची की एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में सामने आया है, जिसमें उन पर एक आपराधिक नेटवर्क में सक्रिय भूमिका निभाने का आरोप है. पुलिस के अनुसार, उनका संबंध एक स्थानीय गिरोह से है जो व्यवसायियों से जबरन वसूली, धमकियों और विदेशी हथियारों की सप्लाई जैसी गतिविधियों में शामिल था.
रिया का कनेक्शन कोयलांचल शांति सेना (KSS) नाम के गैंग से बताया गया है और वे इस गिरोह के प्रमुख के रूप में माने जा रहे सुजीत सिन्हा की पत्नी हैं. इस गिरोह ने पाकिस्तान से हथियार मंगवाने, ड्रोन के जरिए सपोर्ट करने, फिर इन हथियारों का उपयोग वसूली के लिए करने का काम किया था.
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान-निर्मित पिस्टल, मैगजीन, गोला-बारूद, कैश अमाउंट आदि बरामद किए हैं. रिया सिन्हा को इस गिरोह में एक्टिव थी. सिर्फ पीछे हटकर देखने वाली नहीं, बल्कि वसूली की योजना, हथियारों की आपूर्ति एवं युवाओं को नेटवर्क में शामिल करने-प्रेरित करने जैसी जिम्मेदारियों में शामिल बताई जा रही हैं.
जांच के दौरान यह पचा चला कि रिया ने व्यवसायियों-ठेकेदारों से जानकारी इकठ्ठा करने, धमकियों को संगठित करने तथा रकम वसूली के लिए गुर्गों का उपयोग करने में भूमिका ली थी. बता दें कि पुलिस ने 22 अक्टूबर को अरगोड़ा थाना क्षेत्र से रिया को गिरफ्तार किया था.
जेल से चला रही थी गैंग
रिया के पति सुजीत सिंह जेल गए, तो गैंग वह चलाने लगी. पुलिस-जांच में यह खुलासा हुआ कि रिया ने बड़े पैमाने पर युवाओं को पैसों का लालच देकर गैंग-सदस्य बनवाया. इसके साथ ही यह भी सामने आया कि इस गैंग में महिलाओं की भर्ती खास तरीके से की गई थी.
महिलाओं का इस्तेमाल पंजाब से झारखंड तक हथियारों की तस्करी में किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी स्रोत से हथियार पंजाब के मोंगा जिले तक लाए गए और फिर झारखंड में लाने के लिए इन महिलाओं को जरिया बनाया गया.





