उत्पीड़न, अपमान और मेंटल टॉर्चर... क्या सीनियर अधिकारियों की वजह से IPS वाई पूरन कुमार ने किया सुसाइड, पत्नी ने सीएम को क्या लिखा?
हरियाणा IPS वाई पूरण कुमार की आत्महत्या के बाद उनकी पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि FIR दर्ज नहीं की गई क्योंकि आरोपी हरियाणा पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी हैं. उन्होंने DGP शत्रुजीत सिंह कपुर पर साजिश और जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है. अमनीत ने FIR दर्ज करने, आरोपियों को निलंबित करने और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है.

हरियाणा के सीनियर IPS अफसर Y Puran Kumar की मौत के बाद मामला और उलझता जा रहा है. 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित उनके घर में उन्होंने खुद को गोली मार ली थी. अब उनकी पत्नी और सीनियर IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को एक चौंकाने वाला पत्र लिखा है. अमनीत का आरोप है कि पति की मौत के बाद भी चंडीगढ़ पुलिस ने अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की, जबकि उनके पास आठ पन्नों का सुसाइड नोट और औपचारिक शिकायत मौजूद है.
'उच्च अधिकारियों की संलिप्तता के कारण पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई'
अपने पत्र में अमनीत ने लिखा, 'मेरे पति के सुसाइड नोट में उन सभी उच्च अधिकारियों के नाम दर्ज हैं जिन्होंने उन्हें हैरासमेंट, ह्यूमिलिएशन और मेंटल टॉर्चर दिया, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन विवरणों को नजरअंदाज कर दिया है.” उन्होंने आगे कहा, “कार्रवाई न होने की वजह यह है कि हरियाणा पुलिस और प्रशासन के शक्तिशाली अफसर खुद आरोपी हैं और वे चंडीगढ़ पुलिस पर प्रभाव डाल रहे हैं.” अमनीत ने अपने पत्र में चिंता जताते हुए लिखा, “ये शक्तिशाली अधिकारी मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की कोशिश करेंगे, और मुझे विभागीय या किसी और तरीके से फंसाने की भी साजिश रच सकते हैं.”
जापान में ड्यूटी के दौरान मिला सुसाइड नोट, 15 बार की कॉल
घटना के समय अमनीत पी. कुमार जापान में आधिकारिक दौरे पर थीं. उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट और वसीयत मिलने के बाद उन्होंने अपने पति को 15 बार फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को घर पर फोन कर स्थिति देखने को कहा. जब वह खुद घर पहुंचीं, तो उन्होंने अपने पति को बेसमेंट में रीक्लाइनर पर lifeless अवस्था में पड़ा पाया.
FIR की मांग और सुरक्षा की गुहार
अमनीत ने अपने पत्र में तत्काल उन अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (abetment of suicide) का मामला दर्ज करने और उन्हें निलंबित करने की मांग की है, ताकि जांच में किसी तरह की दखलअंदाजी या सबूतों से छेड़छाड़ न हो सके. उन्होंने मुख्यमंत्री से परिवार की सुरक्षा की भी अपील की, यह कहते हुए कि उन्हें और उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं.
DGP शत्रुजीत सिंह कपुर पर गंभीर आरोप
इससे पहले, अमनीत ने चंडीगढ़ के SHO को लिखे एक अन्य पत्र में हरियाणा पुलिस के DGP शत्रुजीत सिंह कपुर समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी FIR दर्ज करने की मांग की थी. उन्होंने लिखा, “मेरे पति ने अपने सुसाइड नोट में दर्ज कई शिकायतों में स्पष्ट किया है कि उन्हें जातिगत भेदभाव (caste-based discrimination) का सामना करना पड़ा था.”
'झूठे केस में फंसाने की साजिश थी'
अमनीत ने SHO को दिए अपने बयान में यह भी दावा किया कि DGP कपुर के इशारे पर उनके पति को झूठे और मनगढ़ंत केस में फंसाने की साजिश रची गई थी. उन्होंने बताया कि 2023 में उनके पति ने उन्हें खुद बताया था कि “उन्हें झूठे सबूत बनाकर एक मिथ्या शिकायत में फंसाया जाएगा, जिसका निर्देशन DGP कपुर कर रहे हैं. वाई पूरण कुमार की मौत ने हरियाणा प्रशासन और पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है. सवाल उठ रहे हैं कि एक वरिष्ठ अधिकारी के पास यदि इतना विस्तृत सुसाइड नोट था, तो FIR दर्ज करने में देरी क्यों हुई. मुख्यमंत्री कार्यालय से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.