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कांग्रेस का जमात-ए-इस्लामी के साथ सांठगांठ... दिल्ली ब्लास्ट को लेकर BJP ने किया वार- चंद्रशेखर बोले- विजयन ने किया हमास का स्वागत

दिल्ली में हाल ही में हुए ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत के बाद मामला और भी गंभीर मोड़ लेता दिख रहा है. सुरक्षा एजेंसियां जहां आतंकी नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर ने बढ़ती कट्टरपंथी धारा पर गहरी चिंता जताई है.

कांग्रेस का जमात-ए-इस्लामी के साथ सांठगांठ... दिल्ली ब्लास्ट को लेकर BJP ने किया वार- चंद्रशेखर बोले- विजयन ने किया हमास का स्वागत
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 18 Nov 2025 8:46 PM IST

दिल्ली में हाल ही में हुए ब्लास्ट में 15 लोगों की मौत के बाद मामला और भी गंभीर मोड़ लेता दिख रहा है. सुरक्षा एजेंसियां जहां आतंकी नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर ने बढ़ती कट्टरपंथी धारा पर गहरी चिंता जताई है. चंद्रशेखर ने कश्मीर के डॉक्टर उमर उन नबी के एक वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे नैरेटिव युवाओं को आत्मघाती हमलों को ‘शहादत’ बताकर प्रभावित कर रहे हैं.

चंद्रशेखर ने विपक्षी गठबंधन INDI पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस और जमात-ए-इस्लामी के कथित गठजोड़ के साथ-साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर हमास के प्रति ‘सहानुभूति’ दिखाने का आरोप लगाया. उनके मुताबिक, ऐसे राजनीतिक रुझान देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं.

'कांग्रेस-जमात गठजोड़ और हमास को वेलकम करना खतरनाक'

राजीव चंद्रशेखर ने X पर लिखा कि 'केरल में जब राहुल गांधी की कांग्रेस कट्टरपंथी और भारत-विरोधी जमात-ए-इस्लामी के साथ खुले गठबंधन में होती है और राहुल के INDIA गठबंधन साझेदार @pinarayivijayan हमास का स्वागत करके नफरत फैलाने वालों को मंच देते हैं तथा SDPI के साथ राजनीति करते हैं. यह बेहद खतरनाक है और मलयालियों के भविष्य के लिए एक बड़ा खतरा है.. #APAKADAMPolitics. यह बदलना चाहिए! बदलाव का समय आ गया है.' उन्होंने इसे ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा’ बताया.

डॉ. उमर का विवादित वीडियो- आत्मघाती हमले को बताया 'Martyrdom Operation'

चंद्रशेखर जिस वीडियो का जिक्र कर रहे थे, उसमें कश्मीरी डॉक्टर उमर उन नबी अंग्रेजी में आत्मघाती हमलों को “martyrdom operation” बताते हुए तर्क देते नजर आते हैं. वीडियो में उमर कहते हैं 'इसके (suicide bombing) खिलाफ कई तरह की दलीलें और विरोधाभास सामने रखे गए हैं. 'Martyrdom operation' तब होता है जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि वह किसी तय स्थान और तय समय पर निश्चित रूप से मरने जा रहा है..." जांच एजेंसियों के मुताबिक, डॉ. उमर फरीदाबाद स्थित जिस "व्हाइट कॉलर" टेरर मॉड्यूल का हिस्सा थे, वह अत्यधिक कट्टर हो चुका था और उसने यह वीडियो दूसरों को प्रभावित करने के लिए बनाया था.

फरीदाबाद ‘व्हाइट कॉलर मॉड्यूल’ से जुड़ा डॉक्टर

जांचकर्ताओं का मानना है कि इस मॉड्यूल में 9–10 सदस्य शामिल थे, जिनमें से 5–6 डॉक्टर हैं. मेडिकल डिग्री का फायदा उठाकर रसायन और विस्फोटक सामग्री हासिल की गई. पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से इनकी कड़ी जुड़ी बताई जा रही है. उमर पुलवामा के कोइल गांव का रहने वाला था और उसे एक शांत, किताबों में डूबा रहने वाला युवक बताया जाता है. लेकिन पिछले कुछ महीनों में उसके व्यवहार और मूवमेंट में बड़ा बदलाव देखा गया.

अक्टूबर के बाद उमर की गतिविधियां संदिग्ध हुईं

एजेंसियों के अनुसार- 30 अक्टूबर के बाद उमर ने यूनिवर्सिटी में अपनी जिम्मेदारियां निभाना बंद कर दिया. अक्सर फरीदाबाद और दिल्ली के बीच चक्कर लगाता रहा. कई मस्जिदों में उसकी गतिविधियां नोट की गईं. 9 नवंबर को फरीदाबाद में छापेमारी के बाद वह पांच मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर फरार हो गया. पुलिस का मानना है कि वह धौज गांव के आसपास भूमिगत हो गया.

टर्की कनेक्शन- विदेश से हो रहा था मॉड्यूल का संचालन

जांच में सामने आया कि डॉ. उमर और गिरफ्तार आरोपी डॉ. मुज़म्मिल गणाई टर्की भी गए थे. एजेंसियों को शक है कि मॉड्यूल के कई निर्देश विदेश में बैठे हैंडलर्स द्वारा जारी किए जाते थे. यह इंटरनेशनल लिंक अब जांच का सबसे अहम हिस्सा है. जांचकर्ताओं के अनुसार- डॉक्टरों के रूप में केमिकल और विस्फोटक सामग्री आसानी से ली जाती थी. अकादमिक और मेडिकल प्रोजेक्ट्स के नाम पर बड़ी मात्रा में सामग्री जमा की गई. यह पूरा नेटवर्क हाई-प्रोफेशनल, कम प्रोफ़ाइल और अत्यधिक योजनाबद्ध बताया जा रहा है.

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