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सुकमा में नक्सली हमला, सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़, अंधेरे का फायदा उठाकर भागे निकले हमलावर

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिलें में स्थित सेना के सुरक्षा कैंप पर नक्सलिेयों ने हमला किया है. सेना पर 15-20 फायरिंग की गई है. उनका मकसद सेना को जान से मारना था. सर्च ऑपरेशन के साथ अंधेरे का फायदा उठाकर नक्सली वहां से भाग निकले.

सुकमा में नक्सली हमला, सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़, अंधेरे का फायदा उठाकर भागे निकले हमलावर
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निशा श्रीवास्तव
by: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 14 Sept 2024 2:26 PM IST

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों हमले से जुड़ी हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. राज्य के सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर शुक्रवार 13 सितंबर को नक्सलियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. उन लोगों ने सुरक्षाबलों के कैंप पर हमला कर दिया. इस दौरान सुरक्षाबलों को जान से मारने के लिए 15-20 राउंड की फायरिंग की गई. जिसके जवाब में सेना ने गोलीबारी की लेकिन नक्सली फायदा उठाकर फरार हो गए.

पुलिस ने इस नक्सली हमले को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी की. जिसमें बताया गया कि शुक्रवार देर शाम करीब 6.30-7 बजे नक्सलियों ने थाना जगरगुण्डा क्षेत्र में सुरक्षा कैंप पर हमला कर दिया. इसके जवाब में हमारी ओर से भी गोलाबारी की गई. लेकिन वो लोग जंगल-झाड़ी और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले. इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है. पुलिस इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है.

पहले भी हुई थी मुठभेड़

इससे पहले इस माह की शुरुआत में दंतेवाड़ा-बीजापुर जिले के बॉर्डर पर लोहागांव पीडिया के जंगलों में हमला हुआ था. सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 9 नक्सली मारे गए थे. घटनास्थल से नक्सलियों के शवों के साथ एसएलआर, 303 और 12 बोर हथियार बरामद हुए थे. इसके बारे में बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया था. आपको बता दें कि अगस्त 2024 में सेन ने जवानों ने एंटी नक्सल ऑपरेशन की शुरुआत की और कई नक्सलियों को पकड़ा व ढेर किया. तब पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली थी. साथ ही हथियार भी मिले थे. पुलिस लगातार नक्सली हमले को रोकने के लिए प्रयास कर रही है. इस हमले से राज्य की जनता को भी खतरा है ऐसे में सख्त से सख्त एक्शन लेना बेहद जरूरी है.

5 नक्सलियों ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से पांच नक्सलियों के सरेंडर करने की खबर सामने आई है. इनमें 1 महिला सहित 4 अन्य नक्सली शामिल हैं. उन लोगों ने छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है.

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