ओडिशा गए थे टॉवर लगाने, लौटे तो एक के बाद एक हुई 4 मौतें; हड़कंप
ओडिशा से लौटने के बाद ही इन मजदूरों की तबियत खराब होने लगी थी. परिजनों के मुताबिक इन्हें मस्तिष्क ज्वर था, लेकिन डॉक्टर रोग समझ नहीं पाए. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इन मरीजों की मौत मलेरिया की वजह से हुई है.

बिहार की राजधानी पटना में चार मजदूरों की रहस्यमय बीमारी की वजह से मौत हो गई है. यह मजदूर ओडिशा के जंगलों में मोबाइल के टॉवर लगाने गए थे. वहां से लौटते ही ये सभी बीमार पड़ गए और देखते ही देखते एक के बाद कुल चार मजदूरों की मौत हो गई. वहीं दो मजदूर अभी भी अस्पताल में अपनी जीवन और मौत के बीच झूल रहे हैं. इन मजदूरों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. लोगों का आरोप है कि ओडिशा में काम के दौरान ही इन मजदूरों को किसी रहस्यमय बीमारी ने चपेट में ले लिया. वहीं डॉक्टर इन मजदूरों की मौत की वजह मलेरिया बता रहे हैं.
मजदूरों के परिजनों ने बताया कि एक कंपनी इन मजदूरों को ओडिशा में टॉवर लगाने के लिए पटना से ले गई थी. वहां काम के बाद जब मजदूर घर लौटे तो बीमार थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हुई है. जबकि दो अन्य मजदूरों की स्थिति नाजुक है और लगातार दवा इलाज के बावजूद उनकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा. स्थानीय लोगों के मुताबिक चौथे मजदूर को पश्चिम बंगाल में आसनसोल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जबकि उसके साथी मोहम्मद सलीम और उमर उर्फ चुन्नू का इलाज जारी है. परिजनों के मुताबिक इन मजदूरों को दिमागी बुखार हुआ था, लेकिन समय रहते डॉक्टर इनकी बीमारी को समझ ही नहीं पाए.
डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
ऐसे में सही इलाज नहीं मिलने से इन मजदूरों की मौत हुई है. परिजनों ने इसके लिए डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया. दूसरी ओर इन मजदूरों की मौत की खबर पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. इस तरह की बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को मौके पर भेज कर सैंपल कलेक्ट कराया गया है. इन डॉक्टरों ने संभावना जताई है कि काम के दौरान ही इन्हें मच्छर ने काटा होगा. इसकी वजह से ये लोग मलेरिया की चपेट में आ गए और मलेरिया की वजह से ही इनकी मौत हुई है. हालांकि अन्य आशंकाओं को देखते हुए डॉक्टरों ने उनके ब्लड सैंपल की जांच शुरू कर दी है.