Begin typing your search...

कौन हैं मुजफ्फरपुर की देवकी देवी, आज हजारों किसानों की कर रही हैं मदद, गांव-गांव में 'सोलर दीदी' नाम से मशहूर

Who is Devki Devi: पीएम मोदी ने मन की बाच कार्यक्रम में बिहार की सोलर दीदी के नाम से मशहूर देवकी देवी की तारीफ की. सोलर दीदी का जीवन संघर्षों से घिरा रहा. गरीबी ने कई बुरे दिन दिखाए, लेकिन आज वह अपनी 5 धूर जमीन पर ही नहीं बल्कि लगभग 25-40 एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा मुहैया कराती हैं.

कौन हैं मुजफ्फरपुर की देवकी देवी, आज हजारों किसानों की कर रही हैं मदद, गांव-गांव में सोलर दीदी नाम से मशहूर
X
( Image Source:  @UpendrraRai, ani )

Who is Devki Devi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 अगस्त) को मन की बात के 125वें एपिसोड को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने देश में आपदा, राहत बचाव कार्य, खेल, सोलर एनर्जी समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने बिहार के मुजफ्फरपुर की 'सोलर दीदी' नाम से मशहूर देवकी देवी की खूब तारीफ की.

मीडिया में अब देवकी देवी की चर्चा हो रही है, हर कोई उनके बारे में जानना चाहता था. अपनी मेहनत से उन्होंने घर के साथ गांव की तस्वीर बदल दी है. आज हम आपको उनके बारे में बताएंगे.

कौन हैं देवकी देवी?

देवकी देवी एक साधारण परिवार से आती हैं, जिन्हें आज 'Solar Didi' के नाम से जाना जाता है. उनके ऊपर चार बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी है. देवकी के पति सुनील ने पत्रकारों से कहा, मैं उनके अच्छे भविष्य की कामना करता हूं. साल 2022 में उनकी नौकरी चली गई थी फिर घर में आग लगने से बड़ा हादसा हो गया था. इसके बाद मानों खाने के लाले पड़ गए थे.

सौर सिंचाई पंप की शुरुआत

घर में आर्थिक तंगी से देवकी और उनके पति सुनील परेशान हो गए थे. एक दिन देवकी को जीविका की सौर सिंचाई योजना के बारे में पता चला. लॉटरी सिस्टम से उन्हें डेढ़ लाख रुपये का लोन मिला. फिर उन्होंने स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़कर सौर सिंचाई पंप की जानकारी प्राप्त की. इसके तहत उन्हें 10% ब्याज दर पर लोन और सहायता राशि मिली, जिससे उन्होंने सौर पंप लगवाया.

सोलर दीदी का जीवन संघर्षों से घिरा रहा. गरीबी ने कई बुरे दिन दिखाए, लेकिन आज वह अपनी 5 धूर जमीन पर ही नहीं बल्कि लगभग 25-40 एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा मुहैया कराती हैं. जिसमें 100 से ज्यादा किसानों का फायदा हो रहा है. उनकी यह पहल सिर्फ कृषि की लागत कम करने वाली नहीं.

महिलाओं को कर रहीं प्रेरित

सोलर दीदी स्थानीय ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता व आर्थिक सशक्तिकरण का उदाहरण बन गई हैं. पहले डीजल पंप पर एक डिसमिल की सिंचाई में 150 रुपये खर्च होते थे, लेकिन सौर सिंचाई पंप की मदद से अब केवल 30 रुपये रह गए हैं.

यूपीआई पेमेंट में भी बढ़ावा

सोशल पेमेंट (UPI) की सुविधा अपनाने से डिजिटलीकरण और स्थानीय व्यापार में भी सुधार हुआ है. किसान अब UPI के जरिए पेमेंट करते हैं. देवकी परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव के लिए एक मिसाल हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देवकी देवी की सराहना की, उन्हें महिला सशक्तिकरण और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक प्रेरणा बताया.

बिहार
अगला लेख