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तिब्बत में भूकंप से तबाही, नेपाल और भारत में भी हिली धरती; 90 से ज्‍यादा की मौत, देखें VIDEO

नेपाल-तिब्बत सीमा पर 7.1 तीव्रता के भूकंप ने चीन , भारत, भूटान और बांग्लादेश में भूंकप मचा दिया. जान-माल के नुकसान की पहली रिपोर्ट चीन से आई, जहां शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि 90 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्‍या में लोग घायल हो गए.

तिब्बत में भूकंप से तबाही, नेपाल और भारत में भी हिली धरती; 90 से ज्‍यादा की मौत, देखें VIDEO
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 7 Jan 2025 2:45 PM IST

मंगलवार सुबह तिब्बत-नेपाल सीमा के पास 6.8 तीव्रता के भूकंप ने क्षेत्र को हिला दिया. इसका प्रभाव पड़ोसी देशों, खासकर नेपाल और भारत के कुछ हिस्सों, जैसे बिहार और दिल्ली-एनसीआर में महसूस किया गया. जिसमें कम से कम 95 लोगों की मौत हो गई और 130 अन्य घायल हो गए. पड़ोसी देश नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसके कारण इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए.

मंगलवार सुबह तिब्बत-नेपाल सीमा पर आए शक्तिशाली भूकंप ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया. रिक्टर पैमाने पर 7.1 तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र तिब्बत में बताया गया है. इसके झटके बिहार, दिल्ली-एनसीआर, असम और पश्चिम बंगाल समेत भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए.

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाने के लिए हर संभव प्रयास करने के आदेश दिए. शी ने घायलों के उपचार के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया तथा द्वितीयक आपदाओं (भूकंप के बाद संभावित आपदाओं) को रोकने, प्रभावित निवासियों के समुचित पुनर्वास तथा इसके बाद के कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया. भूकंप के बाद, चीन भूकंप प्रशासन ने स्तर-दो की आपात सेवा प्रतिक्रिया शुरू की तथा आपदा राहत प्रयासों में सहायता के लिए एक कार्य दल को घटनास्थल पर भेजा.

बिहार से लेकर दिल्ली तक लोगों ने धरती में कंपन का अनुभव किया. भूकंप का केंद्र नेपाल में स्थित था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.3 मापी गई. लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है. प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करने की अपील की है.

दिल्ली से लेकर बिहार तक कांपी धरती

बिहार के मोतिहारी और समस्तीपुर समेत कई इलाकों में मंगलवार सुबह 6 बजकर 40 मिनट के करीब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. कहा जा रहा है कि यह झटके करीब पांच सेकंड तक जारी रहे, जिससे लोग दहशत में आकर अपने घरों से बाहर निकल आए.

यूएसजीएस (USGS) के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई. झटके इतने तेज थे कि इसका प्रभाव बिहार से लेकर दिल्ली तक महसूस किया गया.

बात करें नेपाल की तो यहां के काठमांडू, धाडिंग, सिंधुपालचौक, कावरे, मकवानपुर और कई अन्य जिलों में झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र नेपाल बताया जा रहा है. हाल के दिनों में भारत सहित कई देशों में भूकंप की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है.

नेपाल पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि भूकंप के कारण अब तक उन्हें किसी बड़े नुकसान या मानवीय क्षति के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है. शंखुवासभा जिला प्रशासनिक कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप के कारण जिले के किमाथांका ग्रामीण नगर पालिका में पत्थर से बनी दो मंजिला इमारत क्षतिग्रस्त हो गई. नेपाल पुलिस के प्रवक्ता बिश्व अधिकारी ने बताया कि भूकंप का केंद्र तिब्बत में होने के कारण उत्तरी नेपाल में रहने वाले लोगों ने अधिक तीव्र झटके महसूस किए.

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