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सफेद रंग का ब्लेजर क्यों पहनती है चैंपियंस ट्रॉफी की विजेता टीम? मुंबई की फैशन डिजाइनर ने किया था डिजाइन

भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब तीसरी बार जीत लिया है, लेकिन क्या आपको पता है कि चैंपियंस ट्रॉफी के विजेताओं को केवल चमचमाती ट्रॉफी ही नहीं, बल्कि विशेष सफेद जैकेट भी दी जाती है. यह परंपरा 2009 में शुरू हुई थी और तब से प्रत्येक संस्करण में जारी है. ICC के अनुसार, यह सफेद जैकेट खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता, रणनीतिक कौशल और महानता का प्रतीक मानी जाती है.

सफेद रंग का ब्लेजर क्यों पहनती है चैंपियंस ट्रॉफी की विजेता टीम? मुंबई की फैशन डिजाइनर ने किया था डिजाइन
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Champions Trophy 2025 White Jacket: भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है. इस मैच को जीतने वाली टीम सफेद जैकेट पहने हुए ट्रॉफी के साथ नजर आएगी. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर खिलाड़ियों को सफेद जैकेट क्यों पहनाया जाता है और यह परंपरा कब से शुरू हुई. आइए, इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं...

चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में विजेता टीम के खिलाड़ियों को सफेद जैकेट पहनाने की परंपरा साल 2009 से शुरू हुई. यह जैकेट खिलाड़ियों की महानता और उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक माना जाता है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मुताबिक, सफेद जैकेट एक सम्मान का प्रतीक है, जो खिलाड़ियों की निरंतर महानता की खोज और उनकी विरासत को दर्शाता है.

ICC ने 14 जनवरी को जारी किया वीडियो

ICC ने 14 जनवरी 2025 को एक वीडियो जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि आइकॉनिक टूर्नामेंट में सफेद जैकेट की वापसी हो रही है. इस वीडियो में पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर वसीम अकरम नजर आए, जिन्होंने टूर्नामेंट की प्रतिष्ठित सफेद जैकेट (White Jacket) का अनावरण किया. यह जैकेट टूर्नामेंट के विजेता खिलाड़ियों को पहनाई जाएगी. इस पर ICC Champions Trophy और Pakistan सुनहरे अक्षरों में छपा हुआ है.

विजेता खिलाड़ियों को मिलेगा सफेद ब्लेज़र

चैंपियंस ट्रॉफी के विजेताओं को केवल चमचमाती ट्रॉफी ही नहीं, बल्कि विशेष सफेद जैकेट भी दी जाती है. ICC ने अपने बयान में कहा, "चैंपियंस ट्रॉफी ICC का सबसे हाई-स्टेक इवेंट है, जहां टीमें केवल ट्रॉफी के लिए ही नहीं, बल्कि प्रतिष्ठित सफेद जैकेट के लिए भी प्रतिस्पर्धा करती हैं. यह जैकेट खिलाड़ियों की महानता और संकल्प का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती है. इसे पहनना विजेता बनने की यात्रा और क्रिकेट में सर्वोच्च सम्मान प्राप्त करने का संकेत है."

सफेद जैकेट की परंपरा

हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 1998 में हुई थी, लेकिन पहली बार 2009 संस्करण में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को सफेद जैकेट पहनाई गई थी. उस साल यह टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में हुआ था. तब से, यह विजेता टीम के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक बन गया है. सफेद ब्लेजर का डिजाइन पहली बार मुंबई की एक फैशन डिज़ाइनर द्वारा तैयार किया गया था, जिसका उद्देश्य क्रिकेट के विजेता खिलाड़ियों को एक अलग पहचान और सम्मान देना था।

गत चैंपियन पाकिस्तान

2017 चैंपियंस ट्रॉफी के विजेता पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में गत चैंपियन के रूप में शामिल हुआ था. पिछले संस्करण में पाकिस्तान ने फाइनल में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत को हराकर खिताब जीता था. इस बार भी टूर्नामेंट बेहद प्रतिस्पर्धी रहा है.

भारत ने 2013 में जीती चैंपियंस ट्रॉफी

2013 में, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. पूरी टीम ने सफेद जैकेट पहनकर ट्रॉफी के साथ फोटो खिंचवाई थी. यह तस्वीर आज भी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच प्रसिद्ध है.

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